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शाह ने किसानों के मुद्दे पर केंद्रीय मंत्रियों और पदाधिकारियों के साथ की बैठक, बनी ये रणनीति

अमित शाह ने इस बैठक में पार्टी की ओर से कृषि कानूनों को लेकर किसानों के भ्रम दूर करने को लेकर चौपाल लगाने और संवाददाता सम्मेलन करने संबंधी तय की गई कार्यक्रमों की समीक्षा की.

Updated on: 17 Dec 2020, 11:42 PM

दिल्ली:

तीन कृषि कानूनों के खिलाफ राजधानी दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर चल रहे किसानों के आंदोलन के मुद्दे पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बृहस्पतिवार को केंद्रीय मंत्रियों नरेन्द्र सिंह तोमर, पीयूष गोयल और निर्मला सीतारमण से चर्चा की. बीजेपी मुख्यालय में घंटे भर चली इस बैठक में सी टी रवि, दुष्यंत गौतम, अरूण सिंह सहित पार्टी के अन्य महासचिवों ने भी हिस्सा लिया.

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक शाह ने इस बैठक में पार्टी की ओर से कृषि कानूनों को लेकर किसानों के भ्रम दूर करने को लेकर चौपाल लगाने और संवाददाता सम्मेलन करने संबंधी तय की गई कार्यक्रमों की समीक्षा की. राजधानी दिल्ली की सीमाओं पर जारी किसानों के प्रदर्शन के मद्देनजर सरकार ने जिला स्तर पर विभिन्न कार्यक्रमों की रूपरेखा बनाई है. इसके तहत 700 चौपाल और 700 संवाददाता सम्मलन आयोजित करने की योजना है.

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ज्ञात हो कि किसानों के प्रदर्शन के मुद्दे पर शाह लगातार केंद्रीय मंत्रियों के साथ बैठकें कर रहे हैं. उन्होंने किसान नेताओं के साथ भी बैठक की थी. यह बैठक ऐसे दिन हुई है जब उच्चतम न्यायालय ने दिल्ली की सीमाओं पर लंबे समय से किसानों के आन्दोलन की वजह से आवागमन में हो रही दिक्कतों को लेकर दायर याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए कहा कि किसानों को अहिंसक तरीके से विरोध प्रदर्शन करने का अधिकार है.

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साथ ही न्यायालय ने कहा कि वह इन विवादास्पद कृषि कानूनों के संबंध में कृषि विशेषज्ञों, किसान यूनियनों के प्रतिनिधियों की एक निष्पक्ष तथा स्वतंत्र समिति गठित करने पर विचार कर रहा है. ज्ञात हो किे किसानों की मांगों के सिलसिले में सरकार ओर कसान नेताओं के बीच अब तक कई दौर की वार्ता हो चुकी है लेकिन कोई नतीजा नहीं निकल सका है. किसान संगठन तीन कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग पर अड़े हुए हैं.