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विधायकी के बाद TMC के सभी पद छोड़ने वाले सुवेंदु ने बताया ममता से खतरा, मिले राज्यपाल से

पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी को लगातार झटका लग रहा है. उसके कई नेता टीएमसी छोड़ बीजेपी का दामन थाम रहे हैं. इसी के तहत पश्चिम बंगाल के पूर्व मंत्री सुवेंदु अधिकारी ने टीएमसी को छोड़ दिया है.

Updated on: 17 Dec 2020, 05:12 PM

नई दिल्ली :

पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी को लगातार झटका लग रहा है. उसके कई नेता टीएमसी छोड़ बीजेपी का दामन थाम रहे हैं. इसी के तहत पश्चिम बंगाल के पूर्व मंत्री सुवेंदु अधिकारी ने टीएमसी को छोड़ दिया है. सुवेंदु के बीजेपी में शामिल होने की बात कही जा रही है. सुवेंदु ने इसके साथ ही सीएम ममता बनर्जी से खतरा भी बताया है.

सुवेंदु अधिकारी ने गुरुवार को तृणमूल कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया. अधिकारी ने तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी को संबोधित करते हुए एक आधिकारिक पत्र लिखा और अपना इस्तीफा दे दिया. उन्होंने कहा कि मैं अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस (एआईटीसी) के सदस्य के रूप में और साथ ही पार्टी में अन्य पदों से तत्काल प्रभाव से इस्तीफा देने के लिए यह पत्र लिख रहा हूं. मैं उनके द्वारा दी गई सभी चुनौतियों और अवसरों के लिए आभारी हूं. पार्टी के सदस्य के रूप में बिताए गया समय मेरे लिए महत्वपूर्ण रहेगा. 

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अधिकारी पहले ही बुधवार शाम राज्य विधानसभा से इस्तीफा दे चुके हैं.  वह विधानसभा भवन गए और सचिवालय में एक हस्तलिखित पत्र दाखिल किया, क्योंकि स्पीकर बिमान बनर्जी उनके कार्यालय में मौजूद नहीं थे.

इससे पहले, अधिकारी ने पिछले महीने 27 नवंबर को ममता बनर्जी के नेतृत्व वाले राज्य मंत्रिमंडल से मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. उन्होंने इससे दो दिन पहले हुगली रिवर ब्रिज कमिश्नर (एचआरबीसी) के अध्यक्ष पद को भी छोड़ दिया था.

सुवेंदु ने इस्तीफे के बाद कहा है कि उन्हें डर है कि उनका राजनीति रुख बदलने के बाद अब पश्चिम बंगाल की पुलिस उन्हें फर्जी और झूठे आपराधिक मामलों में फंसा सकती है. अधिकारी ने इस संबंध में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनकर को चिट्ठी लिख मदद मांगी है.

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वहीं, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने बुधवार को कहा कि पूर्व मंत्री सुवेंदु अधिकारी ने उनसे हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया है ताकि राज्य की पुलिस ‘राजनीतिक प्रतिशोध’ के तहत उन्हें आपराधिक मामले में ना फंसाए. अधिकारी द्वारा राज्यपाल को लिखे गए एक पत्र की एक प्रति साझा करते हुए धनखड़ ने कहा कि वह ‘‘अपेक्षित कदम’’ उठा रहे हैं.