logo-image

गुरुग्राम: मीट की दुकान मंगलवार को बंद करने से नाराज ओवैसी, पूछा- क्या शुक्रवार को बंद रहेंगी शराब की दुकानें?

गुरुग्राम नगर निगम (Gurugram Municipal Corporation) की बैठक में इस इस मामले में कोई चर्चा नहीं होनी थी लेकिन कुछ पार्षदों ने धार्मिक भावनाओं का हवाला देते हुए दुकानें बंद कराने की मांग की.

Updated on: 20 Mar 2021, 01:17 PM

highlights

  • नगर निगम का फैसला-गुरुग्राम में हर मंगलवार को मीट की दुकान बंद रहेंगी  
  • फैसले पर भड़के ओवैसी, पूछा - क्या शुक्रवार को शराब की दुकानें करेंगे बंद
  • ओवैसी बोले- लाखों भारतीयों का खाना है मीट, इसे अशुद्ध की तरह नहीं देखा जा सकता

गुरुग्राम:

गुरुग्राम शहर में मंगलवार को मीट की दुकानें बंद करने के फैसले पर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लमीन (एआईएमआईएम) के चीफ असदुद्दीन ओवैसी भड़क गए हैं. ओवैसी ने एक महिला की ओर से ट्विटर पर किए गए ट्वीट को रि-ट्वीट करते हुए कड़ी टिप्पणी की है. एक ट्वीट के जरिए ओवैसी ने कहा है कि मीट लाखों भारतीयों का खाना है और इसे अशुद्ध चीज की तरह नहीं देखा जाना चाहिए. उन्होंने जवाब में लिखा कि अपनी निजी जिंदगी में कोई क्या कर रहा है, इससे किसी की आस्था को कैसे चोट पहुंच सकती है? इस आधार पर तो शुक्रवार को शराब की दुकानें भी बंद होनी चाहिए. गुरुग्राम में मंगलवार को मीट की दुकानें बंद करने की खबर को वीणा वेणुगोपाल नाम की महिला ने ट्वीट किया था.

यह भी पढ़ेंः Assembly Elections: PM मोदी ने बताया TMC का सिलेबस, ममता बोलीं- बीजेपी सबसे बड़ी तोलाबाज

नगर निगम के इस फैसले से नाराज ओवैसी ने कहा कि कोई भी शख्‍स अपनी निजी जिंदगी में क्‍या कर रहा है, इससे किसी की धार्मिक भावना कैसे आहत हो सकती है. लोग मीट खरीद रहे हैं,  बेच रहे हैं और खा रहे हैं, वो किसी को भी जबरदस्ती हिस्सा लेने के लिए मजबूर नहीं कर रहे हैं. औवेसी ने कहा कि इस तर्क के आधार पर शुक्रवार को शराब की दुकानें बंद होनी चाहिए. उन्‍होंने कहा कि मीट लाखों भारतीयों का खाना है और इसे किसी अशुद्ध सामान की तरह नहीं देखा जाना चाहिए.

इस फैसले पर सवाल खड़े करते हुए ओवैसी ने ट्वीट किया कि कोई भी शख्स अपनी निजी जिंदगी में क्या कर रहा है, इस पर किसी की धार्मिक भावनाएं कैसे आहत हो सकती हैं. लोग मीट खरीद, बेच और खा रहे हैं, वो आपको जबरदस्ती हिस्सा लेने के लिए मजबूर नहीं कर रहे हैं. औवेसी ने आगे कहा कि इस तर्क के आधार पर शुक्रवार को शराब की दुकानें बंद होनी चाहिए. मांस लाखों भारतीयों का खाना है और इसे किसी अशुद्ध सामान की तरह नहीं देखा जाना चाहिए.

यह भी पढ़ेंः अतिक्रमण कर बने धार्मिक स्थल हटाने के लिए कानून लाएगी UP सरकार, ड्राफ्ट तैयार

मंगलवार को गुरुग्राम नगर निगम की सामान्य बैठक में यह फैसला लिया गया. गुरुग्राम की मेयर मधु आजाद ने कहा कि नगर निगम के तहत आने वाली सभी मीट की दुकानें मंगलवार को बंद रहेंगी. हालांकि बैठक में एमसीजी आयुक्त विनय प्रताप ने कहा कि भोजन एक स्वतंत्र विकल्प है. इसके बाद भी निगम की बैठक में यह प्रस्ताव पास हो गया. एक मीडिया संस्थान से बात करते हुए विनय प्रताप ने कहा कि मेरे विचार में, खाना एक स्वतंत्र प्रक्रिया है. मैं खाता हूं, मेरी पत्नी नहीं खाती, ये हमारी स्वतंत्र सोच है, इसके लिए हम एक-दूसरे को मजबूर नहीं कर सकते. मांस की दुकान बंद करने के अलावा नगर निगम ने दुकान की लाइसेंस फीस को पांच हजार रुपये से बढ़ाकर 10,000 रुपये करने का फैसला किया है.