अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) ने अटल अकादमी फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम 2023-24 शुरू करने की घोषणा की है। यह भारत में उच्च शिक्षा प्रणाली को बदलने की दिशा में एक कदम है।
एआईसीटीई के चेयरमैन, प्रो. टीजी सीताराम ने शिक्षा 4.0 के लिए संकाय सदस्यों को आवश्यक कौशल और ज्ञान से लैस करने में अपनी भूमिका पर जोर देते हुए इसके तहत अटल पोर्टल और योजना का उद्घाटन किया। यह पहल राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप है और इसका उद्देश्य शिक्षकों को अपने संबंधित क्षेत्रों में प्रभावी शोधकर्ता, नवप्रवर्तक और लीडर्स बनने के लिए सशक्त बनाना है।
प्रो. टी.जी. सीताराम ने कहा, अटल अकादमी फैकल्टी सदस्यों को अपने संबंधित क्षेत्रों में प्रभावी शिक्षक, शोधकर्ता, नवप्रवर्तक और लीडर्स बनने के लिए सशक्त बनाएगी। अटल अकादमी फैकल्टी सदस्यों के बीच आजीवन सीखने की संस्कृति को भी बढ़ावा देगी और उनके पेशेवर विकास को बढ़ाएगी।
एआईसीटीई के वाइस चेयरमैन के मुताबिक अटल अकादमी एक अनूठा मंच है जो फैकल्टी सदस्यों को शिक्षा 4.0 के लिए प्रासंगिक विभिन्न विषयों पर उच्च गुणवत्ता तक पहुंच प्रदान करेगा। अटल अकादमी फैकल्टी सदस्यों को विभिन्न डोमेन और क्षेत्रों के साथियों और विशेषज्ञों के साथ नेटवर्क बनाने में भी सक्षम बनाएगी। अटल अकादमी सक्षम और आत्मविश्वासी फैकल्टी सदस्यों का एक समूह बनाएगी जो ज्ञान समाज के विकास में योगदान दे सकेंगे। अटल अकादमी के तहत फैकल्टी सदस्यों की तकनीकी और गैर-तकनीकी डोमेन को कवर करने वाले उच्च गुणवत्ता वाले फैकल्टी विकास कार्यक्रमों (एफडीपी) तक पहुंच प्राप्त होगी।
एआईसीटीई द्वारा अनुमोदित संस्थान इंजीनियरिंग, प्रबंधन, कंप्यूटर अनुप्रयोग, कला और शिल्प, जीवन कौशल विकास, भारतीय ज्ञान प्रणाली, सार्वभौमिक मानव मूल्यों सहित अन्य विभिन्न क्षेत्रों में ऑफलाइन एफडीपी आयोजित कर सकते हैं। इन कार्यक्रमों में डोमेन ज्ञान, उद्योग से जुड़ाव, शिक्षण कौशल, अनुसंधान क्षमता, जीवन कौशल, सामुदायिक भलाई और करियर विकास कार्यक्रम शामिल होंगे।
अटल अकादमी फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम लॉन्च के साथ एआईसीटीई ने आर्म एजुकेशन और एसटी माइक्रोइलेक्ट्रॉनिक्स के सहयोग से इन्वेंटर्स चैलेंज-2023 के दूसरे संस्करण का भी अनावरण किया है। यह प्रतियोगिता चार उप-विषयों अच्छा स्वास्थ्य और कल्याण, स्वच्छ ऊर्जा, उद्योग इनोवेशन और बुनियादी ढांचा और टिकाऊ शहर और समुदाय विषय के तहत नवीन विचारों पर आधारित होगी। फैकल्टी सदस्य और डिप्लोमा, स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम करने वाले इंजीनियरिंग छात्र एक फैकल्टी सदस्य और अधिकतम चार छात्रों वाली टीमों के तहत इसमें भाग लेने के पात्र रहेंगे। प्रतियोगिता आधिकारिक तौर पर प्रोफेसर टी.जी. सीताराम द्वारा लॉन्च की गई।
यह पिछले संस्करण की सफलता पर आधारित है और उद्योग-अकादमिक ज्ञान साझा करने के लिए एआईसीटीई की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। यह प्रतियोगिता एक मजबूत अर्धचालक पारिस्थितिकी तंत्र स्थापित करने और इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण और डिजाइन के लिए एक वैश्विक केंद्र बनने के भारत के प्रयासों में योगदान देती है। इसमें अपने आइडिया सब्मिट करने की अंतिम तिथि 10 अगस्त, 2023 तय की गई है।
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
Source : IANS