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अयोध्या के बाद अब काशी और मथुरा को लेकर देशव्यापी आंदोलन छेड़ेगा विश्व हिंदू परिषद

अयोध्या, काशी और मथुरा को लेकर देशव्यापी आंदोलन छेड़ कर अपनी पहचान बनाने और भारत की राजनीति में बड़ा फेरबदल करने वाली विश्व हिंदू परिषद एक बार फिर से आंदोलन छेड़ने की तैयारी कर रही है. अब विहिप काशी,

Updated on: 10 May 2022, 10:47 PM

highlights

  • 11 और 12 जून को हरिद्वार में  VHP के मार्गदर्शक मंडल की होगी बैठक
  • बैठक में VHP के पदाधिकारियों के अलावा 300 से ज्यादा साधु-संत होंगे शामिल
  • बैठक को 2024 लोकसभा चुनाव  के मद्देनजर माना जा रहा है बहुत ही महत्वपूर्ण

नई दिल्ली:

अयोध्या, काशी और मथुरा को लेकर देशव्यापी आंदोलन छेड़ कर अपनी पहचान बनाने और भारत की राजनीति में बड़ा फेरबदल करने वाली विश्व हिंदू परिषद एक बार फिर से आंदोलन छेड़ने की तैयारी कर रही है. अब विहिप काशी, मथुरा के साथ ही समान नागरिक संहिता और जनसंख्या नियंत्रण कानून को लेकर देश भर में विशाल आंदोलन करने की तैयारी कर रही है. बताया जा रहा है कि विहिप देश भर के साधु-संतों के साथ विचार विमर्श कर आने वाले दिनों में इस आंदोलन की रूपरेखा तैयार करेगी. गौरतलब है कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण के लक्ष्य को कामयाब बनाने के लिए एक खास रणनीति के तहत विश्व हिंदू परिषद ने काशी और मथुरा के मुद्दे को कुछ समय के लिए छोड़ दिया था.

एक वर्ष के कार्यक्रमों की रूपरेखा की जाएगी  तय
आंदोलन की रूपरेखा को तय करने के लिए अगले महीने 11 और 12 जून को हरिद्वार में विश्व हिंदू परिषद के मार्गदर्शक मंडल की बैठक होने जा रही है. इस बैठक में विहिप के पदाधिकारियों के अलावा देश भर के 300 से ज्यादा साधु-संत शामिल होंगे. धर्मनगरी हरिद्वार में होने वाली इस दो दिवसीय बैठक में विश्व हिंदू परिषद साधु-संतों के मार्गदर्शन में उनके कहे अनुसार भविष्य के आंदोलन के मुद्दों और तौर तरीकों को तय करेगा. इस बैठक में अगले एक वर्ष के कार्यक्रमों की रूपरेखा तय की जाएगी.

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 मथुरा और काशी पर होगा मुख्य फोकस
बताया जा रहा है कि विहिप की इस महत्वपूर्ण बैठक में कृष्ण जन्म भूमि और काशी विश्वनाथ को मुक्त कराने के लिए अहम और महत्वपूर्ण फैसला किया जाएगा. बैठक में समान नागरिक संहिता और जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाने की मांग के साथ ही लाउडस्पीकर विवाद, लव जिहाद और देश के कई अन्य ऐतिहासिक प्राचीन मंदिरों से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर भी चर्चा की जाएगी. इसके अलावा मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त करने की मांग को लेकर भी बैठक में चर्चा की जाएगी. गौरतलब है कि विश्व हिंदू परिषद के मार्गदर्शक मंडल की इस बैठक को 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारी के मद्देनजर काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है.