केंद्र की नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) सरकार विदेशों में रह रहे 2.75 लाख भारतीयों को वंदे भारत मिशन के तहत अबतक ला चुकी है. नागरिक उड्डयन मंत्री (Union Civil Aviation Minister) हरदीप सिंह पुरी (Hardeep Singh Puri) के मुताबिक 2,75,000 लोगों को वंदे भारत मिशन के तहत विदेशों से भारत अभी तक लाया गया है. इसके तहत रोज़ाना 4,000 लोगों को विदेशों से लाया जा रहा है. उनका कहना है कि वंदे भारत मिशन में सबसे ज़्यादा दबाव गल्फ देशों की तरफ से था. उन्होंने कहा कि एयर इंडिया (Air India) की तरफ से 300 फ्लाइट और ऑपरेट करने का लक्ष्य है.
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कई देशों में एयरपोर्ट्स अभी पूरी तरह से नहीं खुले हैं: हरदीप सिंह पुरी
उन्होंने कहा कि वंदे भारत मिशन के चौथे चरण में 700 फ्लाइट्स प्राइवेट कैरियर के लिए करने का लक्ष्य है. उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों के सवाल पर कहा कि अंतर्राष्ट्रीय विमान की उड़ान के लिए ज़रूरी है कि एयरपोर्ट्स खुले हों. बहुत से ऐसे देश हैं जो आज भी एंट्री नहीं कर रहे हैं. इसकी शुरुआत तभी हो पाएगी जब बॉर्डर खुले हों. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस महामारी की वजह से ज़्यादातर देश एंट्री कंडीशन लगा रखी है तो वहीं कई देशों ने एंट्री पर रोक लगाई हुई है.
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नागरिक उड्डयन सचिव (Civil Aviation Secretary) प्रदीप सिंह खारोला (Pradeep Singh Kharola) का कहना है कि अगर अंतर्राष्ट्रीय परिचालन शुरू करना है तो दोनों पक्षों को तैयार होना होगा. भारत और उत्तरी अमेरिकी महाद्वीप के बीच एक काफी हवाई यातायात है. उन्होंने कहा कि हम मामले के आधार पर उड़ानें खोलने के बारे में सोच सकते हैं.
तीसरे चरण में फ्लाइट का संचालन 9 से 30 जून तक
बता दें कि वंदे भारत मिशन के तीसरे चरण में फ्लाइट का संचालन 9 से 30 जून तक हो रही है. इसके पहले दुनियाभर में कोरोना वायरस के बढ़ते हुए मामलों के बाद भारत सरकार ने विदेशों में फंसे लोगों को स्वदेश लाने के लिए वंदे भारत मिशन की घोषणा की थी. आपको बता दें कि इसके पहले वंदे भारत के दूसरे चरण में 16 से 22 मई तक 149 उड़ानों से 31 देशों से की गईं. इनमें से अमेरिका, यूएई, कनाडा, सऊदी अरब से भारतीय नागरिक अपने देशों में वापस लाए गए थे. यूके, मलेशिया, ओमान, ऑस्ट्रेलिया, यूक्रेन, रूस से भी आएंगे. भारत के लिए फ्रांस, सिंगापुर, आयरलैंड, जापान, जर्मनी से भी उड़ानें भरीं गईं थी और वहां पर फंसे लोगों को स्वदेश वापसी करवाई गई थी.