New Delhi Hot Seat History: दिल्ली में विधानसभा चुनाव होने वाला है. सोमवार को चुनाव आयोग इसे लेकर बड़ी घोषणा भी कर सकती है. सूत्रों की मानें तो 12-14 फरवरी के बीच दिल्ली में विधानसभा चुनाव हो सकता है क्योंकि मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार 18 फरवीर को रिटायर्ड होने वाले हैं तो उससे पहले दिल्ली चुनाव कराया जा सकता है.
12-14 फरवरी के बीच दिल्ली चुनाव!
दिल्ली में कुल 70 विधानसभा सीटें हैं. आप सभी 70 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर चुकी है तो वहीं बीजेपी ने भी 29 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है. कांग्रेस ने भी 56 सीटों पर उम्मीदवार उतार दिए हैं. आज हम नई दिल्ली हॉट सीट के बारे में बात करेंगे, जहां से दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आप पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल चुनाव लड़ने जा रहे हैं.
क्यों हॉट सीट मानी जाती है नई दिल्ली?
नई दिल्ली सीट को हॉट सीट माना जाता है. इस सीट के इतिहास की बात करें तो जिस भी पार्टी ने यहां से जीत दर्ज की है, उसी की दिल्ली में सरकार बनी है. यह सीट 1993 में अस्तित्व में आया. पहली बार तो भाजपा ने इस सीट से जीत हासिल की, लेकिन उसके बाद लगातार तीन बार कांग्रेस ने इस सीट पर कब्जा जमाया. जिसके बाद पिछले तीन बार से आप पार्टी इस सीट से जीतती आ रही है. इस बार भी अरविंद केजरीवाल इसी सीट से चुनावी मैदान में उतरे हैं. इस सीट के बनने के बाद से 7 चुनाव हो चुके हैं.
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'जो जीता वही सिकंदर'
इस सीट की सबसे दिलचस्प बात यह है कि इस सीट से जिस प्रत्याशी ने जीत हासिल की है, वहीं प्रदेश का मुखिया बना. शीला दीक्षित ने लगातार तीन बार नई दिल्ली से जीत अपने नाम किया और दिल्ली के सीएम बनीं. पहली बार केजरीवाल ने भी शीला दीक्षित को इस सीट से हराया और सूबे के मुख्यमंत्री बने. चौथी बार अरविंद केजरीवाल इस सीट से चुनाव लड़ रहे हैं.
नई दिल्ली सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला
वहीं, उनका मुकाबला इस सीट पर भाजपा प्रत्याशी प्रवेश वर्मा और कांग्रेस प्रत्याशी संदीप दीक्षित से है. प्रवेश वर्मा दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के बेटे हैं. वहीं, संदीप दीक्षित दिल्ली की पूर्व सीएम शीला दीक्षित के बेटे हैं. देखना दिलचस्प होगा कि इस त्रिकोणीय मुकाबले में कौन बाजी मारता है?