Maiya Samman Yojana : सरकार ने मैया सम्मान योजना की राशि जारी कर दी है. तीन महीने की इकट्ठा राशि जारी की गई यानी कि महिलाओं के खाते में ₹7500 आ रहे हैं, लेकिन कुछ महिलाएं ऐसी हैं जिनके खाते में अभी तक इस योजना की राशि नहीं पहुंची है. इसकी वजह से वह बेहद परेशान हैं और सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगा रही है और जैसे ही महिलाएं अधिकारियों से मिलती है तो उन्हें पता चलता है कि उनका नाम लाभुकों की लिस्ट से कट चुका है. इसके बाद वह बेहद ही परेशान नजर आ रही हैं. सरकारी कार्यालय पर इन दिनों उमड़ रही है. राज्य सरकार द्वारा 8 मार्च को 39 साल तक की महिलाओं के लिए ₹7500 की राशि भेजी गई थी. इसमें भंडारा प्रखंड के 4978 लाभार्थियों की 3 महीने की राशि मार्च महीने में उनके खाते में स्थानांतरित नहीं हुई. इससे नाराज सैकड़ों की संख्या में महिलाएं प्रखंड कार्यालय पहुंचीं.
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4000 से ज्यादा लाभुकों को होल्ड पर रखा
प्रखंड के टोटा गांव से भंडारा प्रखंड कार्यालय पहुंची कुछ महिलाओं का कहना है कि हमें धोखा दिया गया है. हमारा इससे नाम काट दिया गया है, जिसकी वजह से हम बेहद ही निराश हैं. इनमें से अब तक 4000 से ज्यादा महिलाओं को यह किश्त नहीं मिली है. मामले में बीडीओ प्रतिमा कुमारी ने कहा है कि राज्य सरकार की महत्वकांक्षी मुख्यमंत्री मैया सम्मान योजना की राशि डीबीटी के माध्यम से स्थानांतरित हो रही है. इसमें अब तक कई लाभार्थियों का खाते में ईकेवाईसी के साथ राशन कार्ड से भी आधार लिंकिंग नहीं होने की वजह से राशि नहीं पहुंची है. इसके अलावा कुछ तकनीकी कारण भी हैं. इसी वजह से इस प्रखंड में 4000 से ज्यादा लाभुकों को होल्ड पर रख दिया गया है. उन्होंने बताया कि ऐसे लाभार्थियों को नोटिस भेजकर जानकारी दी जा रही है.
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आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति शुरू
वहीं, गुमला नगर परिषद के वार्ड नंबर 21 के निवर्तमान पार्षद सह बीजेपी नेत्री शैली मिश्रा ने राज्य सरकार के मैया सम्मान योजना की विफलता पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि सूबे में 18 लाख से अधिक महिलाओं को इस योजना की तय राशि ना देकर सरकार ने यह सिद्ध कर दिया कि यह एक असमक और किए गए वादों से मुकरने वाली अवसरवादी सरकार है. महिला सम्मान की बात करने वाली यह सरकार बहन बेटियों के हक को कुचल रही है. इस योजना से संबंधित वेबसाइट को बंद कर सरकार अपनी जिम्मेदारी से नहीं बच सकती.