महाराष्ट्र में चुनाव हो चुके हैं. चुनावों के परिणाम भी आ चुके हैं. परिणामों में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. भाजपा वाले गठबंधन ने 288 सीटों में से 230 से अधिक सीटों पर जीत दर्ज की है. परिणाण आए सात से अधिक दिन बीत गए हैं पर अब तक मुख्यमंत्री पद का ऐलान नहीं हो पाया है. मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान होने के पीछे मुख्य वजह एकनाथ शिंदे हैं.
वेट एंड वॉट की स्थिति में है एकनाथ शिंदे
मुख्यमंत्री के पद से पीछे हटे शिंदे ने गृह मंत्रालय सहित नौ विभागों की डिमांड कर दी है. अब वे अपनी इसी मांग पर अड़े हुए हैं. सूत्रों की मानें तो मुख्यमंत्री पद पर फैसला होने के बाद शिवसेना आगे की रणनीति पर खुलासा करेगी. कहा जा रहा है कि दिल्ली में अमित शाह के साथ हुई बैठक में सीएम के नाम का जिक्र नहीं हुआ था. बैठक में बस इतना संकेत दिया गया था कि इस बार मुख्यमंत्री भाजपा का होगा.
सीएम शिंदे फिलहाल वेट एंड वॉच की स्थिति में हैं. दिल्ली वाली बैठक से वापस महाराष्ट्र लौटते ही एकनाथ शिंदे तुरंत अपने गांव सतारा चले गए थे. रविवार दोपहर दो बजे वे सतारा से निकलेंगे. हालांकि, अब तक यह साफ नहीं है कि वे आधिकारिक सीएम आवास पर जाएंगे या फिर ठाणे स्थित निजी आवास पर रहेंगे.
एकनाथ शिंदे ने फंसा रखा है पेंच
भाजपा ने महाराष्ट्र की नई सरकार के शपथ ग्रहण की तारीख की घोषण कर दी है. महायुति नेताओं के बीच सोमवार को दोबारा चर्चा हो सकती है. शिवसेना अपनी रणनीति का खुलासा तब ही करेगी, जब भाजपा अपने मुख्यमंत्री पद की घोषणा करेगी.
5 दिसंबर को होगा शपथग्रहण समारोह
बता दें, भाजपा ने ऐलान कर दिया है कि महाराष्ट्र में नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह पांच दिसंबर को आजाद मैदान में होगा. खुद भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने एक्स पर इसकी घोषणा की. उन्होंने बताया कि कार्यक्रम में पीएम मोदी भी शामिल होंगे. शपथ समारोह की तारीखों के ऐलान से शिंदे पर दबाव बन गया है कि वे गठबंधन में शामिल होंगे या फिर नहीं.