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पहलगाम आतंकी हमला Photograph: (IG)
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बुधवार को एक बड़ी सफलता हासिल की है. पुलिस ने पहलगाम आतंकी हमले से जुड़े एक आतंकी को गिरफ्तार किया है, जिसने हमलावरों को हर संभव मदद दी थी. गिरफ्तार आतंकी की पहचान मोहम्मद कटारिया के रूप में हुई है, जो आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (TRF) का सक्रिय सदस्य बताया जा रहा है.
लॉजिस्टिक सपोर्ट कराने में अहम रोल
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, कटारिया ने पहलगाम हमले को अंजाम देने वाले आतंकियों को लॉजिस्टिक सपोर्ट मुहैया कराया था. उसने आतंकियों को राशन, हथियार और अन्य जरूरी सामान उपलब्ध करवाए थे. इतना ही नहीं, वह उनकी हमले की योजना बनाने में भी शामिल था। हालांकि, हमले को अंजाम देने में वह प्रत्यक्ष रूप से मौजूद नहीं था.
किस इलाके से हुई गिरफ्तारी?
यह गिरफ्तारी श्रीनगर पुलिस और जम्मू-कश्मीर पुलिस की संयुक्त कार्रवाई के दौरान हुई. पुलिस ने कटारिया को ब्रिनाल-लामड़ इलाके से पकड़ा. जांच में पता चला है कि कटारिया का संबंध कुलगाम के ऊपरी इलाकों में रहने वाले घुमंतु समुदाय से है. यह समुदाय ज्यादातर पहाड़ी क्षेत्रों में झोपड़ियों में रहता है. पुलिस के अनुसार, इन इलाकों का उपयोग लश्कर के आतंकी अक्सर दक्षिण कश्मीर के विभिन्न हिस्सों तक पहुंचने के लिए करते हैं.
पहलगाम हमला और उसके बाद की कार्रवाई
गौरतलब है कि 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के बैसरन घाटी (पहलगाम) में आतंकियों ने एक बड़ा हमला किया था. इस भीषण हमले में 25 पर्यटकों की मौत हो गई थी, जबकि एक स्थानीय व्यक्ति भी मारा गया था. यह घटना देशभर में गुस्से का कारण बनी और सुरक्षा एजेंसियों ने तुरंत मोर्चा संभाला.
हमले के बाद भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत की, जिसके तहत पाकिस्तान स्थित कई आतंकी ठिकानों को तबाह किया गया. साथ ही, जम्मू-कश्मीर के अंदरूनी इलाकों में आतंकियों की तलाश और उन्हें पकड़ने के लिए ऑपरेशन महादेव चलाया जा रहा है.
पुलिस की मिली बड़ी उपलब्धि
कटारिया की गिरफ्तारी को सुरक्षा एजेंसियां बड़ी सफलता मान रही हैं. अधिकारियों का कहना है कि उसकी गिरफ्तारी से न सिर्फ हमले के पीछे के लॉजिस्टिक नेटवर्क का पर्दाफाश होगा, बल्कि लश्कर के अन्य छिपे हुए ठिकानों और समर्थकों के बारे में भी अहम जानकारी मिल सकती है.
पुलिस ने साफ किया है कि घाटी में आतंकियों और उनके मददगारों के खिलाफ कार्रवाई आगे भी तेज़ी से जारी रहेगी. कटारिया से पूछताछ के बाद कई और नाम सामने आने की संभावना है, जिन पर जल्द शिकंजा कसा जाएगा.
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