/newsnation/media/media_files/2025/03/05/XDhbksKIS3hNQVY2ntfr.jpg)
Siddaramaiah
कर्नाटक की कांग्रेस सरकार सरकारी टेंडरों में मुस्लिमों को चार प्रतिशत का आरक्षण देने की प्लानिंग में है. राज्य सरकार की इस योजना की भाजपा ने आलोचना की है. उन्होंने कहा कि ये कदम संविधान की भावना को ठेस पहुंचाता है. ये तुष्टीकरण की राजनीति को बढ़ावा देना है. मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के नेतृत्व वाली सरकार केटीपीपी अधिनियम, 1999 में संशोधन करने की तैयारी में है.
विधेयक बजट सत्र में पेश करने की तैयारी
सूत्रों ने बताया कि वित्त विभाग ने पहले ही इसका खाका तैयार कर लिया है. कानून और संसदीय कार्य मंत्री एचके पाटिल ने संशोधन पर सहमति जताई है. इस मामले को कैबिनेट बैठक में उठाया जाएगा. अगर मामले में आम सहमति बन जाती है तो बजट सत्र में विधेयक पेश करने की योजना बनाई जा रही है.
फैसले को वापस ले सरकार- भाजपा की टिप्पणी
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र ने घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि हम कांग्रेस सरकार की धर्म के आधार पर समाज और राज्य को बांटने वाली कार्रवाई की निंदा करते हैं. हम इसका विरोध करते हैं. सरकार से हम आग्रह करते हैं कि वह तुष्टिकरण के लिए सरकारी ठेकों में मुस्लिम समुदाय को आरक्षण देने के फैसले को वापस ले.
ये भी पढ़ें- Karnataka: कर्नाटक के डिप्टी सीएम ने की महाकुंभ की तारीफ; ईशा फाउंडेशन जाने से नाराज AICC के नेता
सिर्फ मुस्लिमों को ही अल्पसंख्यक मानती है कांग्रेस
विजयेंद्र ने बताया कि सरकार केवल मुस्लिमों को ही अल्पसंख्यक मानती है क्या. कांग्रेस हमेशा बाकी अल्पसंख्यकों को अनदेखा करती है. मुसलमानों को ही सिर्फ धर्म के आधार पर शिक्षा और रोजगार में आरक्षण दिया गया है. संविधान की दृष्टि में ये गलत है.
ये भी पढ़ें- Karnataka: ‘इस दिन बदल जाएगा कर्नाटक का मुख्यमंत्री’, भाजपा नेता ने किया बड़ा दावा