"एक करोड़ रुपये का इनाम" करौली सरकार ने अनिरुद्धाचार्य पर साधा निशाना

संत समुदाय में उठे विवाद के बीच करौली सरकार ने न्यूज नेशन से एक्सक्लूसिव बातचीत में अपने ऊपर लगे आरोपों का करारा जवाब दिया.

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Ravi Prashant
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संत समुदाय में उठे विवाद के बीच करौली सरकार ने न्यूज नेशन से एक्सक्लूसिव बातचीत में अपने ऊपर लगे आरोपों का करारा जवाब दिया.

संत समाज में उठे विवाद के बीच करौली सरकार ने न्यूज नेशन से एक्सक्लूसिव बातचीत में अपने ऊपर लगे आरोपों का करारा जवाब दिया. अनिरुद्धाचार्य के दरबार से जुड़े एक दंपति ने हाल ही में करौली सरकार पर ठगी के गंभीर आरोप लगाए थे, जिनका उन्होंने बेबाकी से खंडन किया.

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आरोप लगवाए जा रहे हैं? 

करौली सरकार ने स्पष्ट कहा कि दरबार में किसी भी तरह की चिकित्सा नहीं होती है. यहां केवल पितृदोष निवारण और वैदिक अनुष्ठान कराए जाते हैं. उन्होंने कहा कि जो आरोप लगाए जा रहे हैं, वो वास्तव में लगवाए जा रहे हैं. अगर किसी को शिकायत है तो पुलिस में एफआईआर करे, दरबार कोतवाल थोड़ी है.

400 प्रकार के कष्टों का समाधान

करौली सरकार ने दावा किया कि उनके दरबार में 400 प्रकार के रोगों और कष्टों की नकारात्मक स्मृतियों का समाधान वैदिक अनुष्ठानों से एक ही दिन में होता है. उन्होंने चुनौती दी कि अगर कोई इसे गलत साबित कर दे, तो दरबार बंद कर दिया जाएगा. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि इस प्रक्रिया का लाभ लाखों लोग उठा चुके हैं. 

अनिरुद्धाचार्य पर सीधा हमला

करौली सरकार ने अनिरुद्धाचार्य के विवादित बयानों को नारी समाज का अपमान बताया. उन्होंने कहा कि अगर कोई माता की सेवा करता है तो इसका मतलब यह नहीं कि उसे महिलाओं का अपमान करने का लाइसेंस मिल जाए. अनिरुद्धाचार्य ने जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल किया, वो बेहद अशोभनीय है. मैं उनसे सिर्फ इतना कहना चाहता हूं कि वे सार्वजनिक रूप से क्षमा मांगें. 

दरबार सेवा करता है

करौली सरकार ने अपने दरबार की कार्यप्रणाली पर भी सफाई दी. उन्होंने कहा कि दरबार निशुल्क सेवा करता है, गरीब और असहाय मरीजों का इलाज वैदिक अनुष्ठानों के माध्यम से बिना किसी शुल्क के होता है. सक्षम लोग अपनी ओर से अनुष्ठान कराते हैं, लेकिन जो सक्षम नहीं हैं, उनका खर्च भी दरबार उठाता है.

साजिश का आरोप

करौली सरकार ने आरोप लगाया कि उनके खिलाफ जो महिला सामने लाई गई है, वह प्री-प्लान साजिश का हिस्सा है. उनका कहना था कि यह पूरा मामला गौरी गोपाल आश्रम और अनिरुद्धाचार्य की ओर से प्रतिशोध में रचा गया है.

संत समाज में सामंजस्य जरूरी

बातचीत के अंत में करौली सरकार ने संत समाज से अपील करते हुए कहा कि सभी संतों को समाज की भलाई और नारी सम्मान पर ध्यान देना चाहिए. उन्होंने न्यूज नेशन को भरोसा दिलाया कि वे हमेशा सेवा और वैदिक संस्कृति के प्रचार-प्रसार के लिए प्रतिबद्ध रहेंगे.

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