ईरान की इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स ने 19 जून 2025 को इस्राइल पर बैलिस्टिक मिसाइल से हमला किया. पहली बार इस युद्ध में मिसाइल का इस्तेमाल किया गया है. बैलिस्टिक मिसाइल का नाम सेजिल है. ईरान का दावा है कि ये मिसाइल ऑपरेशन टू प्रोमिस-3 का हिस्सा थी. इसके तहत ईरान ने इस्राइल के सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया. हालांकि, इस्राइल ने कहा कि उसने इस मिसाइल को बीच में ही नष्ट कर दिया. मिसाइल के टुकड़ों से एक गाड़ी को नुकसान हुआ है.
सेजिल मिसाइल क्या है?
सेजिल ईरान द्वारा विकसित दो चरणों वाली, सॉलिड फ्यूल मिडियम रेंज की बैलिस्टिक मिसाइल है. मिसाइल ईरान की पुरानी शहाब मिसाइल का एडवांस्ड वर्जन है. शहाब लिक्विड फ्यूल पर चलती थी. 1990 के दशक के अंत में सेजिल का विकास शुरू हुआ था. 13 नवंबर 2008 को पहली बार इसका सफल परीक्षण हुआ था. मिसाइल पूरी तरह से मेड एंड डिजाइंड बाय ईरान है.
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सेजिल मिसाइल की खास बातें
खास बात है कि ये ठोस ईंधन पर चलती है, जिस वजह से बहुत ही कम समय में इसकी लॉन्चिंग हो जाती है. लिक्विड ईंधन वाली मिसाइलों को लॉन्च से पहले ईंधन भरने की जरूरत होती है, जिससे समय खर्च होता है. सेजिल को मोबाइल लॉन्चर से लॉन्च किया जा सकता है, जिस वजह से इसे छिपाना और स्थान बदलना आसान हो जाता है. मिसाइल की अधिकतम दूरी 2000 किलोमीटर है. इसका वजन 23 हजार किलो से अधिक है. बता दें, सोसल मीडिया पर कहा जा रहा है कि ये मिसाइल स्पर्म की तरह दिख रही है.
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