इस्राइल और ईरान के बीच युद्ध के बादल मंडरा रहे हैं. इस्राइल ने एक दिन पहले ईरान पर अटैक किया था, जिससे ईरान बौखलाया हुआ है. ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खामेनेई ने इस्राइल को चेतावनी दी है. वहीं दूसरी ओर वे इस्राइली हमलों के खौफ में जी रहे हैं. दरअसल, इस्राइली लड़ाकू विमानों ने अपने हमलों में ईरान की परामाणु सुविधाएं और सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया है. कुछ आवासीय इलाकों पर भी हमला किया गया है. कहा जा रहा है कि यहां ईरान के वरिष्ठ अधिकारी का आवास है.
इस्राइल के पुराने रिकॉर्ड और मोसाद की सटीकता को देखते हुए तेहरान स्थित पास्टर स्क्वायर के आसपास भारी सैन्य बल तैनात किया गया है. इस इलाके में एयर डिफेंस सिस्टम भी तैनात किया गया है. खास बात है कि ये वही इलाका है, जहां ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई और ईरानी राष्ट्रपति का आधिकारिक आवास है. पास्टर के साथ-साथ तेहरान और कई शहरों में एयर डिफेंस सिस्टम को सक्रीय किया गया है.
इस वजह से ईरान पर हो रहा है हमला
दरअसल, ईरान पर हमला होने की एक ही वजह है और वह है ईरान का परमाणु संपन्न होना. ईरान इन दिनों खुद को परमाणु संपन्न देश बनाने के लिए काम कर रहा है. इस्राइल और अमेरिका ने इस पर आपत्ति जताई है. इस्राइल ने इसी वजह से ईरान पर हमला किया और परमाणु संयंत्र प्लांट को बर्बाद कर दिया. ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेसेशकियान ने इस बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बातचीत की. उन्होंने कहा कि ईरान परमाणु हथियार नहीं बनाना चाहता है. उन्होंने कहा कि हम इंटरनेशनल एजेंसियों को इस बात की गारंटी भी दे सकते हैं. रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने इस्राइली हमलों की निंदा की है.
जयशंकर ने दोनों देशों के विदेश मंत्रियों से बात की है
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इस मामले में इस्राइली और ईरानी विदेश मंत्रियों से अलग-अलग फोन पर बात की है. जयशंकर ने खुद एक्स पर इसकी जानकारी दी है.