रेल मंत्री ने यात्री आरक्षण प्रणाली के उन्नयन की समीक्षा की. पिछले कुछ महीनों से इस परियोजना का क्रियान्वयन क्रिस की ओर किया जा रहा है. नया उन्नत पीआरएस डिजाइन चुस्त, लचीला और मौजूदा लोड से दस गुना अधिक भार संभालने में सक्षम है. नया पीआरएस प्रति मिनट 1.5 लाख से अधिक टिकट बुकिंग की अनुमति देगा. यह मौजूदा पीआरएस में प्रति मिनट 32,000 टिकटों से लगभग पांच गुना अधिक होगा. टिकट पूछताछ क्षमता दस गुना बढ़ जाएगी यानी 4 लाख से 40 लाख से अधिक प्रति मिनट पूछताछ संभव होगी.
तत्काल टिकट बुक करने की अनुमति देगा
नए पीआरएस में बहुभाषी और उपयोगकर्ता के अनुकूल बुकिंग और पूछताछ इंटरफेस भी है. नए पीआरएस में, उपयोगकर्ता अपनी पसंद की सीट जमा कर सकेंगे और किराया कैलेंडर देख सकेंगे. इसमें दिव्यांगजनों, छात्रों, रोगियों आदि के लिए एकीकृत सुविधाएं भी हैं. तत्काल बुकिंग के लिए सुव्यवस्थित प्रमाणीकरण भारतीय रेलवे 1 जुलाई, 2025 से IRCTC वेबसाइट और मोबाइल ऐप पर केवल प्रमाणित उपयोगकर्ताओं को ही तत्काल टिकट बुक करने की अनुमति देगा.
प्रमाणीकरण तंत्र को व्यापक बनाने का निर्देश
इसके अलावा, जुलाई, 2025 के अंत से तत्काल बुकिंग के लिए OTP-आधारित प्रमाणीकरण किया जाएगा. रेलमंत्री ने अधिकारियों को तत्काल बुकिंग के लिए प्रमाणीकरण तंत्र को व्यापक बनाने का निर्देश दिया. प्रमाणीकरण उपयोगकर्ता के डिजिलॉकर खाते में उपलब्ध आधार या किसी अन्य सत्यापन योग्य सरकारी आईडी का उपयोग करके किया जाना चाहिए.
ये उपाय भारतीय रेलवे के अपने आधुनिकीकरण के निरंतर प्रयासों को दर्शाते हैं.
ये भी पढ़ें: ऑपरेशन सिंदूर का घाव मिलने के बाद अब एक और संकट में पाकिस्तान, दबाव में शहबाज सरकार