'भारत अपनी 'रेड लाइन' से कभी समझौता नहीं करेगा', अमेरिका को विदेश मंत्री जयशंकर की दो टूक

S. Jaishankar: अमेरिका के साथ टैरिफ वॉर के बीच विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि भारत अपने किसानों और अपने छोटे उत्पादकों के हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है. विदेश मंत्री ने कहा कि भारत अपनी रेड लाइन से कभी समझौता नहीं करेगा.

S. Jaishankar: अमेरिका के साथ टैरिफ वॉर के बीच विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि भारत अपने किसानों और अपने छोटे उत्पादकों के हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है. विदेश मंत्री ने कहा कि भारत अपनी रेड लाइन से कभी समझौता नहीं करेगा.

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Suhel Khan
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Dr S Jaishankar

Dr S Jaishankar Photograph: (सोशल मीडिया)

S. Jaishankar: रूस से तेल खरीद के चलते भारत और अमेरिका के बीच तनाव अब भी बना हुआ है. इसे लेकर विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने बात की. इस दौरान उन्होंने कहा कि रूस से तेल खरीदने, ट्रेड और भारत-पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता को लेकर दोनों देशों के बीच तनाव है. विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि, "हाल के अनुभव ने हमें सिखाया है कि किसी एक आपूर्ति श्रृंखला या किसी एक देश के स्रोत पर अत्यधिक निर्भर न रहें. इससे हमने ये भी सीखा है कि किसी एक बाज़ार पर निर्भर न रहें. उन्होंने कहा कि अमेरिका से भारत के रिश्ते पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ हैं बल्कि बातचीत अभी भी जारी है.

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रेड लाइन से कभी समझौता नहीं करेगा भारत- एस. जयशंकर

इसके साथ ही विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने साफ किया कि, अमेरिका के साथ व्यापार पर बातचीत में भारत के किसानों और छोटे उत्पादकों के हित सबसे ऊपर हैं. विदेश मंत्री ने कहा कि, भारत अपनी "रेड लाइन" से कभी समझौता नहीं करेगा. उन्होंने कहा कि फिर चाहे बात किसानों के हितों की हो या रणनीतिक स्वायत्तता की.

यूएस के साथ ट्रेड मुद्दे पर क्या बोले विदेश मंत्री

वहीं अमेरिका के साथ व्यापार के मुद्दे पर विदेश मंत्री ने कहा कि, 'समझौते को लेकर अभी भी बातचीत चल रही है. हालांकि हमारी भी इसके लिए कुछ रेड लाइन्स हैं. जिसमें सबसे अहम है किसानों और छोटे उत्पादकों के हित." विदेश मंत्री ने कहा कि, यह ऐसा मुद्दा है जिस पर समझौता संभव नहीं है. इसके साथ ही विदेश मंत्री ने विपक्ष और आलोचकों पर निशाना साधा. विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि, अगर कोई असहमत है, तो उन्हें जनता से कहना चाहिए कि वे किसानों के हितों की रक्षा करने को तैयार नहीं हैं.

रूस से तेल की खरीद और प्रतिबंधों को लेकर विवाद

बता दें कि भारत के रूस से तेल खरीदने की वजह से अमेरिका ने भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाया है. इस मामले में विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि, "इसे तेल का मुद्दा बताया जाता है लेकिन चीन, जो रूस से सबसे बड़ा आयातक है, उस पर कोई टैरिफ नहीं लगाया गया. उन्होंने पूछा कि भारत को निशाना बनाने वाली बातें चीन पर लागू क्यों नहीं होती.

विदेश मंत्री ने कहा कि, "यह हास्यास्पद है कि जो लोग व्यापार समर्थक अमेरिकी प्रशासन के लिए काम करते हैं, वे दूसरे लोगों पर व्यापार करने का आरोप लगा रहे हैं. अगर आपको भारत से तेल या परिष्कृत उत्पाद खरीदने में कोई समस्या है, तो उसे न खरीदें. कोई आपको उसे खरीदने के लिए मजबूर नहीं करता. यूरोप खरीदता है, अमेरिका खरीदता है, इसलिए अगर आपको वह पसंद नहीं है, तो उसे न खरीदें."

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