/newsnation/media/media_files/2025/11/26/indian-navy-in-arabian-sea-2025-11-26-14-48-40.jpg)
26/11 हमले के बाद भारत ने मजबूत की समुद्री सुरक्षा Photograph: (X@IndianNavy)
मुंबई में 26 नवंबर, 2028 को हुए आतंकी हमले की आज बरसी है. इस आतंकी हमले को 10 पाकिस्तानी आतंकियों ने अंजाम दिया था. जिसे 26/11 के नाम से जाना जाता है. 17 साल पहले हुए इस आतंकी हमले के बाद भारत ने अपनी समुद्री ताकत में काफी इजाफा किया. साथ ही अरब सागर में नौसेना को घातक हथियारों से लैस कर दिया. क्योंकि इस आतंकी वारदात को अंजाम देने वाले आतंकी अरब सागर के जरिए ही मुंबई में घुसे थे इस हमले में 166 लोगों की जान गई थी. जबकि 300 से ज्यादा लोग घायल भी हुए थे.
26/11 आतंकी हमले के बाद उठे थे समुद्री सुरक्षा पर सवाल
इस आतंकी हमले को आज 17 साल पूरे हो चुके हैं, लेकिन इतने सालों बाद भी इस आतंकी हमले का दर्द झेल चुके लोग उससे उबर नहीं पाए हैं. उन्हें आज भी अपने उन परिजनों की याद सताती है जो इन आतंकियों के हाथों अपनी जान गंवा बैठे. पाकिस्तान से निकले ये आतंकी अरब सागर से मुंबई में दाखिल हुए थे. उसके बाद उन्होंने मुंबई में खूनी खेल खेला था.
उसके बाद भारत की तटीय सुरक्षा (Maritime Security) पर भी गंभीर सवाल उठे थे क्योंकि आंतकियों ने इसी में सेंधमारी कर मुंबई को जख्मी कर दिया. उसके बाद भारत ने अपनी समुद्री ताकत को काफी मजबूत किया है. इसके साथ ही तटीय सुरक्षा में लगी भारतीय नौसैना (Navy), कोस्ट गार्ड (Coast Guard) और मरीन पुलिस (Marine Police) में काफी बदलाव किया गया है.
समुद्र पर की गई त्रिस्तरीय व्यवस्था
मुंबई हमलों के बाद भारत ने अपनी समुद्री सुरक्षा में त्रिस्तरीय सुधार किया है. जिसके लिए भारतीय नौसेना, कोस्टगार्ड मरीन पुलिस तीनों देश के समुद्री तटीय इलाकों में सेवाएं दे रहे हैं. ऐसे में जब भी समुद्र में कोई संदिग्ध नजर आता है भारतीय नौसेना के जवान उन्हें पलक झपकते ही अपने शिकंजे में ले लेते हैं.
इन घातक हथियारों से हो रही समुद्री सीमाओं की सुरक्षा
मुंबई के 26/11 हमलों के बाद भारत ने अपनी समुद्री सुरक्षा में भारी इजाफा किया है. भारतीय नौसेना ने अरब सागर में कई तरह के हथियार तैनात किए हैं, जिनमें ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज़ मिसाइल, बराक 8 वायु रक्षा प्रणाली और आईएनएस विक्रांत विमानवाहक पोत पर तैनात मिग-29K लड़ाकू विमान शामिल हैं. इनके अलावा आईएनएस कोलकाता, आईएनएस कोच्चि और आईएनएस मोरमुगाओ जैसे निर्देशित मिसाइल विध्वंसक को भी समुद्री की सुरक्षा में लगाया गया है. इनके अलावा फ्रिगेट, पनडुब्बी और समुद्री कमांडो भी देश की समुद्री सीमाओं को सुरक्षित कर रहे हैं. जो विभिन्न एंटी-शिप मिसाइलों, तोपों और क्लोज-इन हथियार प्रणालियों से लैस हैं.
ये भी पढ़ें: 26/11 हमले के 17 साल पूरे, आज ही के दिन 10 पाकिस्तानी आतंकियों ने मुंबई में खेला था खूनी खेल
/newsnation/media/agency_attachments/logo-webp.webp)
Follow Us