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ऑपरेशन सिंदूर Photograph: (X)
Operation Sindoor: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा की गई जवाबी कार्रवाई ऑपरेशन सिंदूर को एक बड़ी सैन्य सफलता माना जा रहा है. यह ऑपरेशन बिना नियंत्रण रेखा (LoC) और इंटरनेशनल बॉर्डर क्रॉस किए हुए, पाकिस्तान और पीओके के भीतर मौजूद आतंकवादी कैंप्स को तबाह किया. वहीं, वायुसेना ठिकानों पर सटीक हमलों के जरिए पाकिस्तान की बोलती बंद की.
तीन दिन में मिला पाकिस्तान को गहरा घाव
7 मई को शुरू हुआ यह ऑपरेशन 10 मई को पाकिस्तान की ओर से सीज़फायर की मांग के बाद स्थगित कर दिया गया. इन तीन दिनों के भीतर भारतीय वायुसेना ने जिन ठिकानों को निशाना बनाया, उन्हें पाकिस्तान की सैन्य क्षमता के लिए गंभीर झटका माना जा रहा है.
पश्चिमी मीडिया का रुख बदला
जहां पहले न्यूयॉर्क टाइम्स और वॉशिंगटन पोस्ट जैसे अंतरराष्ट्रीय मीडिया संस्थान पहलगाम हमले को “आतंकी हमला” कहने से बचते रहे, वहीं ऑपरेशन सिंदूर के बाद उन्हें भारत की सैन्य प्रतिक्रिया को स्वीकार करना पड़ा. न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, भारत को इस कार्रवाई में “साफ बढ़त” मिली. वॉशिंगटन पोस्ट ने सैटेलाइट विश्लेषण के हवाले से बताया कि भारतीय हमलों से छह से अधिक एयरबेस, जिसमें रनवे और हैंगर को नुकसान पहुंचा. बता दें कि भारतीय सेना ने कुल 11 पाकिस्तानी एयरबेस को निशाना बनाया गया था.
प्रमुख ठिकानों पर भारी नुकसान
वॉशिंगटन पोस्ट द्वारा जारी सैटेलाइट तस्वीरों में यह जानकारी सामने आई. तीन हैंगर, दो रनवे, और दो मोबाइल कंट्रोल सेंटर पूरी तरह नष्ट हुए. नूर खान एयरबेस (इस्लामाबाद के पास) में दो मोबाइल कंट्रोल सेंटर तबाह हुए. भोलारी और शहबाज एयरबेस पर मिसाइल हमले के स्पष्ट निशान मिले, जिनमें एक हैंगर की छत में 60 फीट का छेद शामिल है.
1971 के बाद सबसे बड़ा हवाई हमला
किंग्स कॉलेज लंदन के एक्सपर्ट डॉ. वाल्टर लैडविग ने कहा कि यह भारत द्वारा 1971 के युद्ध के बाद पाकिस्तान के भीतर किया गया सबसे बड़ा हवाई हमला है. उन्होंने यह भी जोड़ा कि भारत ने पहली बार इतने अंदर तक पाकिस्तानी मिलिट्री बेस को एक साथ निशाना बनाया.
रणनीतिक संयम का उदाहरण
जॉन स्पेंसर, चेयरमैन, अर्बन वारफेयर स्टडीज (यूएस) ने ऑपरेशन को “रणनीतिक संयम” का उदाहरण बताया. “यह कोई कंप्लिट वॉर नहीं था, बल्कि एक लिमिटेड और टारगेटेड जवाब था. भारत ने केवल बदला नहीं लिया, बल्कि रणनीतिक समीकरण ही बदल दिया.”
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की स्थिति मजबूत
ऑपरेशन सिंदूर ने न केवल पाकिस्तान की सैन्य क्षमताओं को चुनौती दी, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी भारत की आतंकवाद के प्रति ज़ीरो टॉलरेंस नीति को दोहराया. यह स्पष्ट संकेत है कि भारत अब आतंकी हमलों को केवल कूटनीतिक निंदा तक सीमित नहीं रखेगा, बल्कि सैन्य प्रतिशोध भी देगा.
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