India-Pakistan Tension: पाकिस्तान के साथ जारी तनाव के बीच भारत सरकार ने टेलीकॉम कंपनियों के लिए विशेष आदेश जारी किया है. केंद्र सरकार के दूरसंचार मंत्रालय के आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से टेलीकॉम कंपनियों को विशेष आदेश दिया गया है. मंत्रालय ने अंतर्राष्ट्रीय सीमा के 100 किलोमीटर के अंदर बीटीएस जगहों के बिना किसी रुकावट के काम जारी रखने का निर्देश दिया गया है. साथ ही सरकार ने कंपनियो को कनेक्टिविटी बनाए रखने का भी निर्देश दिया है. ये निर्देश राज्य और जिला स्तर पर भी लागू होगा.
सरकार ने दिया ये निर्देश
पाकिस्तान के खिलाफ चलाए जा रहे ऑपरेशन सिंदूर के बीच भारत सरकार के दूरसंचार विभाग ने सभी सरकारी और निजी टेलीकॉम कंपनियो को आपदा के स्तर की तैयारियों करने का निर्देश दिया है और नेटवर्क को पहले से ज्यादा सुरक्षित और मजबूत बनाने का आदेश दिया है. सरकार द्वारा ये आदेश पाकिस्तान की तरफ से संभावित साइबर हमले को देखते हुए दिए गए हैं.
बैठक में लिया गया फैसला
आपरेशन सिंदूर के बाद सरकार की उच्च स्तरिय बैठक में निजी और सरकारी सभी टेलीकॉम कंपनियों को नेटवर्क मजबूत करने के लिए एक साथ काम करने का आदेश दिया गया है. इसके अलावा बॉर्डर इलाके में कंपनियों से नेटवर्क पर खास ध्यान रखने का निर्देश दिया गया है. कंपनियों से उन जगहों की लिस्ट तैयार करने को भी कहा गया है जिन्हें किसी भी आपात स्थिति में चालू रखा जा सके.
तत्काल प्रभाव से माना जाए आदेश
सरकार ने टेलीकॉम कंपनियों को 2020 के स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर का कड़ाई से पालन करने और तत्काल प्रभाव से लागू करने का आदेश दिया है. मंत्रालय ने विभाग के सभी एलएसए प्रमुखों को राज्य सरकारों से बात करके इमरजेंसी की स्थिति में लॉजिस्टिक के मूवमेंट्स को बनाए रखने का आदेश दिया है.
भारत-पाकिस्तान के बीच भयंकर युद्ध की आशंका
जम्मू कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को पाकिस्तान की तरफ से आतंकी हमला हुआ था. इसमें 26 लोग मारे गए थे. भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के नाम से पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई शुरु की है. लड़ाई के गहराने और भयंकर होने की संभावना है. इस वजह केंद्र सरकार हर क्षेत्र को मजबूत कर रही है.
ये भी पढ़ें- India-Pakistan Tension : पाकिस्तान ने रात में हिंदुस्तान के इन राज्यों को बनाया निशाना, भारत ने सिखाया सबक
ये भी पढ़ें- राफेल को लेकर व्यंग करने के मामले में अजय राय के खिलाफ FIR दर्ज, अब कांग्रेस नेता क्या बोले