खुदरा दिग्गज वॉलमार्ट ने सह-संस्थापक बिन्नी बंसल और शीर्ष निवेश फर्म टाइगर ग्लोबल तथा एक्सेल सहित गैर-नियंत्रित हितधारकों से ई-कॉमर्स प्रमुख फ्लिपकार्ट में शेयर हासिल करने के लिए लगभग 3.5 अरब डॉलर का भुगतान किया है।
अमेरिका में सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (एसईसी) फाइलिंग में कंपनी ने कहा कि 31 जुलाई, 2023 को समाप्त छह महीनों के दौरान “कंपनी ने कुछ फ्लिपकार्ट के गैर-नियंत्रित शेयर धारकों से शेयर हासिल करने और फोनपे के पूर्व गैर-नियंत्रित शेयर धारकों की देनदारी का निपटान करने के लिए 3.5 अरब डॉलर का भुगतान किया।”
इसके अतिरिक्त, 31 जुलाई को समाप्त छह महीनों के दौरान, कंपनी को कंपनी की बहुसंख्यक स्वामित्व वाली सहायक कंपनी फोनपे के लिए इक्विटी फंडिंग के नए दौर से संबंधित 0.7 अरब डॉलर प्राप्त हुए।
कथित तौर पर बंसल को फ्लिपकार्ट में अपनी हिस्सेदारी से लगभग एक-डेढ़ अरब डॉलर प्राप्त हुए।
बिन्नी और सचिन बंसल 2018 में फ्लिपकार्ट को वॉलमार्ट के हाथों लगभग 16 अरब डॉलर में बेचने के बाद बाहर निकल गए।
पिछले साल, बिन्नी बंसल ने घरेलू ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म में अपनी 26.4 करोड़ डॉलर (लगभग दो हजार करोड़ रुपये से अधिक) की हिस्सेदारी चीनी इंटरनेट दिग्गज टेनसेंट को बेच दी थी।
जुलाई में खुदरा दिग्गज वॉलमार्ट ने फ्लिपकार्ट में टाइगर ग्लोबल के शेष शेयर के अधिग्रहण के लिए 1.4 अरब डॉलर का भुगतान किया। वॉल स्ट्रीट जर्नल की एक रिपोर्ट के मुताबिक, वॉलमार्ट ने फ्लिपकार्ट में हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए पैसे का भुगतान किया।
वॉलमार्ट ने भारतीय ई-कॉमर्स दिग्गज पर अपना नियंत्रण मजबूत करने के लिए फ्लिपकार्ट में टाइगर ग्लोबल की शेष हिस्सेदारी खरीदी।
टाइगर ग्लोबल ने 1.2 अरब डॉलर के निवेश पर 3.5 अरब डॉलर का समग्र लाभ कमाया।
इससे पहले 2021 के फंडिंग राउंड में फ्लिपकार्ट का मूल्य 37.6 अरब डॉलर आंका गया था। पिछली रिपोर्ट के अनुसार, फ्लिपकार्ट में वॉलमार्ट की 72 प्रतिशत हिस्सेदारी थी।
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
Source : IANS