कैनिंग कॉलेज भवन के नाम से मशहूर लखनऊ विश्वविद्यालय का प्रधानमंत्री उच्चतर शिक्षा अभियान (पीएम-यूएसएचए) के तहत जीर्णोद्धार होने वाला है। 5 करोड़ रुपये की लागत से कॉलेज को नया रुप दिया जाएगा।
लखनऊ विश्वविद्यालय के अधिकारियों के अनुसार कैनिंग कॉलेज की इमारत परिसर की सबसे पुरानी संरचना है जहां कक्षाएं आयोजित की जाती हैं।
कॉलेज की इमारत ब्रिटिश काल की बनी हुई हैं। इसकी छतें टपकती रहती हैं, दीवारें नम रहती हैं। इसे सही रखने के लिए इमारत की छतों की तत्काल मरम्मत और नवीनीकरण की आवश्यकता है। प्रधानमंत्री उच्चतर शिक्षा अभियान फंड के लिए विश्वविद्यालय द्वारा सरकार को भेजे गए सभी प्रस्तावों में कैनिंग कॉलेज की मरम्मत सबसे बड़ी प्राथमिकताओं में से एक है। इसमें 10 विभागों की कक्षाएं, प्रॉक्टर और डीन कार्यालय और तीन हॉल शमिल हैं।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार ने कहा, कैनिंग कॉलेज एक स्वतंत्र कॉलेज था और 1920 में लखनऊ विश्वविद्यालय की स्थापना से पहले भी यह अस्तित्व में था, इसलिए इमारत को दुरुस्त करने की जरूरत है। मालवीय और विश्वविद्यालय के एपी सेन हॉल को पहले ही पुनर्निर्मित किया जा चुका है, अब इमारत की कक्षाओं में प्रमुख मरम्मत कार्य की आवश्यकता है।
कुलपति ने यह भी कहा कि अधिकारी स्नातकोत्तर छात्रों की कक्षाओं में आरामदायक फर्नीचर और आधुनिक सुविधाएं देने की योजना बना रहे हैं। वे कक्षाओं और शोध कार्यों के लिए परिसर में अधिक समय बिताते हैं।
उन्होंने कहा, स्नातक छात्रों के लिए भी, हम कक्षाओं में सुधार करेंगे। लखनऊ विश्वविद्यालय को हाल ही में प्रधानमंत्री उच्चतर शिक्षा अभियान योजना के तहत 100 करोड़ रुपये के अनुदान के लिए चुना गया था। योजना के तहत चरणबद्ध तरीके से धनराशि विश्वविद्यालय को दी जाएगी।
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
Source : IANS