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बाधाओं को तोड़कर भविष्य निर्माण: ब्रिक्स सीसीआई डब्ल्यूई के चौथे वार्षिक शिखर सम्मेलन में छाईं महिलाओं की उपलब्धियाँ

बाधाओं को तोड़कर भविष्य निर्माण: ब्रिक्स सीसीआई डब्ल्यूई के चौथे वार्षिक शिखर सम्मेलन में छाईं महिलाओं की उपलब्धियाँ

Updated on: 08 Mar 2024, 09:45 PM

नई दिल्ली:

भारत के जी-20 प्रेसीडेंसी में महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास पर जोर देने और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समावेशिता को बढ़ावा देने तथा सकारात्मक बदलाव लाने के दृष्टिकोण के साथ, ब्रिक्स चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री की महिला शाखा ब्रिक्स सीसीआई डब्ल्यूई ने बदलती दास्तां: महिला विकास से महिला नेतृत्व वाले विकास तक की थीम पर अपने चौथे वार्षिक शिखर सम्मेलन एवं अभिनंदन कार्यक्रम 2024 की मेजबानी की।

ब्रिक्स सीसीआई ने एक रिपोर्ट ब्रिक्स का नया युग: महिला सशक्तिकरण के लिए प्रौद्योगिकी और व्यवसाय के क्षितिज का भी अनावरण किया। इसमें ब्रिक्स देशों में महिलाओं के लिए प्रौद्योगिकी और उद्यमिता परिदृश्य पर विशेष जोर दिया गया है।

शिखर सम्मेलन में ब्रिक्स सीसीआई डब्ल्यूई ग्लोबल वीमिन लीडरशिप कार्यक्रम के पहले बैच के दीक्षांत समारोह का भी आयोजन किया गया।

शिखर सम्मेलन में रूस, चीन, ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका, ईरान, क्यूबा, ​​कोस्टा रिका, चिली, बेलारूस, गाम्बिया, अंगोला, चाड, कोमोरोस और वेनेजुएला के दूतावासों के राजनयिकों ने भाग लिया।

पद्म विभूषण से सम्मानित राज्यसभा सदस्य सोनल मानसिंह शिखर सम्मेलन में मुख्य अतिथि थीं।

भाजपा की राष्ट्रीय प्रवक्ता शाज़िया इल्मी, उत्तर प्रदेश की पूर्व महिला एवं बाल कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) स्वाति सिंह, पूर्व ब्रिक्स शेरपा और भारत सरकार के सचिव संजय भट्टाचार्य (सेवानिवृत्त), और महिलाओं एवं बच्चों के लिए विशेष पुलिस इकाई तथा उत्तर-पूर्व क्षेत्र के लिए विशेष पुलिस इकाई के प्रभारी विशेष पुलिस आयुक्त अजय चौधरी (आईपीएस) ने भी सभा को संबोधित किया।

ब्रिक्स सीसीआई डब्ल्यूई की अध्यक्ष रूबी सिन्हा ने अपने स्वागत भाषण में कहा, महिलाओं के विकास से महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास की यात्रा न केवल कहानी में बदलाव का प्रतीक है, बल्कि हमारी आधी आबादी को सशक्त बनाने की प्रतिबद्धता है। महिलाओं को अब सहायता पाने वाली निष्क्रिय इंसान के रूप में नहीं देखा जाता है, बल्कि परिवर्तन के सक्रिय एजेंट के रूप में अपने स्वयं के और अपने समुदायों के विकास का नेतृत्व करने और उसे आकार देने में सक्षम माना जाता है।

सोनल मानसिंह ने अपने संबोधन में कहा, अधिक न्यायसंगत और समृद्ध समाज के निर्माण में महिला नेतृत्व अपरिहार्य है। शिखर सम्मेलन महिलाओं की आवाज़ को बढ़ाने और जीवन के सभी क्षेत्रों में उनकी सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए प्रेरित करता है।

शिखर सम्मेलन में उन असाधारण महिलाओं को भी सम्मानित किया गया जिन्होंने महिला विकास की प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

अभिनेता, उद्यमी और राजनीतिज्ञ, पूनम ढिल्लों को उनके शानदार करियर के लिए ब्रिक्स सीसीआई डब्ल्यूई ट्रेलब्लेज़र लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार से सम्मानित किया गया, जिसने न केवल मनोरंजन उद्योग को समृद्ध किया, बल्कि विभिन्न क्षेत्रों में महिला सशक्तिकरण और नेतृत्व का मार्ग भी प्रशस्त किया।

पूनम ढिल्लों ने कहा, महिलाओं को सशक्त बनाना न केवल एक नैतिक अनिवार्यता है, बल्कि सतत विकास के लिए एक रणनीतिक आवश्यकता भी है। महिलाओं के नेतृत्व वाली पहलों का समर्थन करके, हम अप्रयुक्त क्षमता को अनलॉक कर सकते हैं और अधिक समावेशी भविष्य का मार्ग प्रशस्त कर सकते हैं।

ओडिशा की बाजरा रानी रायमती घिउरिया, विसकॉम्प (वीमिन इन सिक्योरिटी, कॉन्फ्लिक्ट मैनेजमेंट एंड पीस) की संस्थापक एवं निदेशक मीनाक्षी गोपीनाथ और ताइक्वांडो एथलीट लतिका भंडारी को ब्रिक्स सीसीआई डब्ल्यूई महिला आइकन ट्रेलब्लेज़र के रूप में सम्मानित किया गया।

ब्रिक्स सीसीआई के महानिदेशक बी.बी.एल. मधुकर ने कहा, ब्रिक्स सीसीआई का चौथा वार्षिक शिखर सम्मेलन और अभिनंदन महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास को बढ़ावा देने की दिशा में हमारी यात्रा में एक और मील का पत्थर है। ब्रिक्स देशों की सामूहिक विशेषज्ञता और संसाधनों का उपयोग करके हम भावी पीढ़ियों के लिए अधिक समावेशी और न्यायसंगत दुनिया बना सकते हैं।

शाज़िया इल्मी ने अपने भाषण में कहा, महिला सशक्तिकरण हमारी सामूहिक प्रगति के केंद्र में है। ठोस प्रयासों और नीतिगत हस्तक्षेपों के माध्यम से हम एक सक्षम वातावरण बना सकते हैं जहां हर महिला को अपनी आकांक्षाओं को पूरा करने और समाज में योगदान देने का अवसर मिले।

ब्रिक्स सीसीआई के उपाध्यक्ष समीप शास्त्री ने अपने संबोधन में कहा, शिखर सम्मेलन विकास की कहानी को आकार देने में महिला सशक्तीकरण के महत्व को रेखांकित करता है। ऐसे समय में जब हम प्रगति के लिए प्रयास कर रहे हैं, ऐसे अवसर और समर्थन तंत्र बनाने जरूरी है जो महिलाओं को नेताओं और परिवर्तन-निर्माताओं के रूप में आगे बढ़ने में सक्षम बनाते हैं।

पूर्व ब्रिक्स शेरपा और भारत सरकार के सचिव संजय भट्टाचार्य (सेवानिवृत्त) ने कहा, ब्रिक्स सीसीआई डब्ल्यूई वार्षिक शिखर सम्मेलन सामाजिक-आर्थिक प्रगति और समावेशी विकास को बढ़ावा देने में महिलाओं के नेतृत्व के महत्व को रेखांकित करता है। सहयोगात्मक प्रयासों के माध्यम से, हम सभी के लिए बेहतर भविष्य बनाने की महिला उद्यमियों और नेताओं की क्षमता का लाभ उठा सकते हैं।

अजय चौधरी (आईपीएस) ने कहा, महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना उनके सशक्तिकरण के लिए सर्वोपरि है। कानून प्रवर्तन तंत्र को मजबूत करके और लिंग-संवेदनशील नीतियों को बढ़ावा देकर, हम महिलाओं के अधिकारों और सम्मान की रक्षा कर सकते हैं।

शिखर सम्मेलन में ब्रिक्स सीसीआई नेटवर्क के भीतर और बाहर उभरती महिला उद्यमियों की उपलब्धियों को भी मान्यता दी, जैसे जॉय ट्रैवल्स प्राइवेट लिमिटेड की निदेशक नीति बत्रा, गाइया स्मार्ट सिटीज़ सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड की निदेशक अमृता वी. चौधरी, एसएनजे ब्रुअरीज प्राइवेट लिमिटेड की उपाध्यक्ष एन.जे. अनिता, और रजवाराह ज्वैलर्स की सीईओ रेणू शर्मा को उद्यमिता और नवाचार, आर्थिक विकास और सशक्तिकरण को बढ़ावा देने में उनके अनुकरणीय योगदान के लिए सम्मानित किया गया।

शिखर सम्मेलन में ब्रिक्स सीसीआई के उपाध्यक्ष अशोक कुमार सिंह, वित्त निदेशक रुहेल रंजन, ब्रिक्स सीसीआई डब्ल्यूई की मुख्य संरक्षक शबाना नसीम, ब्रिक्स सीसीआई-यूएई चैप्टर के कंट्री निदेशक अंश विरमानी, ब्रिक्स सीसीआई के संयुक्त निदेशक अंकिता सचदेवा और शासी निकाय के सदस्य तथा चैंबर के सदस्य भी शामिल हुए।

प्रतिष्ठित पैनलिस्टों ने देश में महिला नेतृत्व वाले विकास के विषय पर गहन चर्चा की और शिक्षा, उद्यम, वित्तीय साक्षरता और नेतृत्व परामर्श सहित महिला नेतृत्व वाले विकास के स्तंभों पर प्रकाश डाला।

इनमें लोकसभा की पूर्व अतिरिक्त सचिव और ब्रिक्स सीसीआई की वरिष्ठ सलाहकार कल्पना शर्मा; यूएन वीमिन इंडिया की डिप्टी कंट्री डायरेक्टर कांता सिंह; भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) की अनुराधा अग्रवाल; एसएंडपी ग्लोबल कमोडिटी इनसाइट्स की कार्यकारी निदेशक (एनर्जी ट्रांज़िशन एंड क्लीनटेक कंसल्टिंग) गौरी जौहर; ब्रिक्स सीसीआई की मानद सलाहकार अंकित झांब; मनीकंट्रोलडॉटकॉम की उप संपादक और व्हायपोल की सह-संस्थापक श्वेता पुंज; इयरशॉट मीडिया के सह-संस्थापक और सीईओ गौरव चौधरी; एचडीएफसी स्कूल की संस्थापक प्रिंसिपल अनीता मक्कड़; ब्रिक्स सीसीआई की गवर्निंग बॉडी सदस्य शोरमिष्ठा घोष; अमृता वी. चौधरी; और एटलस सोशल एंड कल्चरल रिलेशन्स डेवलपमेंट सेंटर की संस्थापक सेमेनुष्कोवा एकातेरिना शामिल थीं।

ब्रिक्स सीसीआई का चौथा वार्षिक शिखर सम्मेलन महिलाओं के नेतृत्व को आगे बढ़ाने और वैश्विक स्तर पर समावेशी विकास को गति देने की नई प्रतिबद्धता के साथ संपन्न हुआ।

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