भारत के नए मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार होंगे जिनका कार्यकाल 19 फरवरी 2025 से शुरू होगा. भारत के राजपत्र में इस बात की घोषणा कर दी गई है. पीएम मोदी की अध्यक्षता में इस बात का निर्णय लिया गया. हालांकि इस मामले में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने विरोध किया था. लेकिन उस विरोध को दरकिनार कर नए मुख्य चुनाव आयुक्त की घोषणा कर दी गई.
देश के नए मुख्य चुनाव आयुक्त को लेकर आज पीएम मोदी की अध्यक्षता में बैठक हुई है जिसमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और कांग्रेस नेता व लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी शामिल हुए. मौजूदा मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार का कार्यकाल 18 फरवरी को खत्म हो रहा है. सीईसी राजीव कुमार के बाद सबसे वरिष्ठ चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार को अगला मुख्य चुनाव आयुक्त बनाया गया है.
इतना होता है कार्यकाल
भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त और चुनाव आयुक्तों का कार्यकाल 6 साल या 65 साल उम्र तक होता है. इसमें से जो भी पहले पूरा हो जाए, वही माना जाता है. मुख्य चुनाव आयुक्त सहित सभी चुनाव आयुक्त भारत सरकार के सचिव के बराबर पद पर रहे अधिकारियों को बनाया जाता है.
इस तरह मिलती हैं सुविधाएं
चुनाव आयुक्तों को प्रति माह 350,000 रुपये सैलरी मिलती है. इसके अलावा 34000 रुपये का मासिक व्यय भत्ता भी मिलता है जो कि पूरी तरह टैक्स फ्री होता है. मुख्य चुनाव आयुक्त और चुनाव आयुक्तों को स्वयं, पति/पत्नी और परिवार के आश्रित सदस्यों के लिए एक साल में तीन लीव ट्रैवल कन्सेशन मिलती हैं. इसके अलावा चुनाव आयुक्तों को सुप्रीम कोर्ट के जजों के बराबर सैलरी और स्टेटस मिलता है. रहने के लिए आवास, सरकारी वाहन और सुरक्षा समेत तमाम सुविधाएं भी मिलती हैं.
ये भी पढ़ें:दिल्ली में हिंदुओं का पलायन, घरों पर लिखा 'यह मकान बिकाऊ है', पढ़ें स्पेशल रिपोर्ट