DGCA ने IndiGo CEO Pieter Elbers को भेजा शो कॉज नोटिस, 24 घंटे में मांगा जवाब

DGCA ने IndiGo CEO Pieter Elbers को परिचालन अव्यवस्था पर showcause notice जारी किया है. देशभर में हजारों उड़ानों के रद्द होने और भारी देरी से यात्रियों को गंभीर परेशानी हुई.

DGCA ने IndiGo CEO Pieter Elbers को परिचालन अव्यवस्था पर showcause notice जारी किया है. देशभर में हजारों उड़ानों के रद्द होने और भारी देरी से यात्रियों को गंभीर परेशानी हुई.

author-image
Ravi Prashant
New Update
IndiGo CEO Peter Elbers

IndiGo CEO Pieter Elbers Photograph: (ani/X)

देश की सबसे बड़ी विमानन कंपनी IndiGo के परिचालन तंत्र में आई व्यापक गड़बड़ी के बीच शनिवार को DGCA ने CEO Pieter Elbers को showcause notice जारी कर कड़े शब्दों में जवाब मांगा है. पिछले कई दिनों से जारी उड़ानों के रद्दीकरण और भारी देरी ने हजारों यात्रियों को देशभर के हवाई अड्डों पर फंसा दिया, जिससे व्यापक असंतोष पैदा हुआ है. DGCA ने इस अव्यवस्था के लिए सीधे CEO को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि एयरलाइन प्रबंधन आवश्यक पूर्व-तैयारी और संसाधन प्रबंधन सुनिश्चित करने में विफल रहा.

Advertisment

नोटिस में DGCA ने कहा कि IndiGo की अनुसूचित उड़ानों में बड़े पैमाने पर व्यवधान देखा गया है, जिसने यात्रियों के लिए गंभीर असुविधा, तनाव और आर्थिक नुकसान उत्पन्न किया. नियामक ने स्पष्ट किया कि परिचालन पतन का प्राथमिक कारण एयरलाइन द्वारा नए Flight Duty Time Limitation (FDTL) मानकों के अनुसार अपने संचालन, रोस्टरिंग और संसाधनों को समय रहते समायोजित न करना है. DGCA का कहना है कि नियमों के अनुरूप पर्याप्त व्यवस्था नहीं करने से व्यापक रद्दीकरण, देरी, क्रू की कमी और नेटवर्क में श्रृंखलाबद्ध अव्यवस्था हुई.

नियम उल्लंघन और प्रबंधन चूक के गंभीर आरोप

नोटिस में यह भी उल्लेख किया गया कि IndiGo का यह परिचालन संकट Aircraft Rules, 1937 के Rule 42A तथा Civil Aviation Requirements (CAR) Section 7, Series J, Part III (Rev.2) के प्रावधानों का prima facie उल्लंघन करता है. इनमें क्रू की ड्यूटी अवधि, विश्राम समय और उड़ान संचालन संबंधी मानक शामिल हैं. DGCA ने कहा कि CEO के रूप में Elbers की जिम्मेदारी है कि वे एयरलाइन के संचालन के लिए पर्याप्त और प्रभावी प्रबंधन सुनिश्चित करें, लेकिन वे इस दायित्व का पालन करने में असफल रहे.

नियामक ने यह भी आरोप लगाया कि IndiGo प्रबंधन ने FDTL बदलाव के लिए पूर्व स्वीकृतियों और नियामकीय अपेक्षाओं के बावजूद पर्याप्त तैयारी नहीं की. इस चूक को परिचालन तंत्र के ढहने का मुख्य कारण बताया गया. DGCA ने CEO को 24 घंटे के भीतर विस्तृत स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिया है, अन्यथा मामले का एकतरफा निर्णय लिया जाएगा, जिससे दंडात्मक कार्रवाई का रास्ता खुल सकता है.

IndiGo में संकट गहराया

इस संकट ने शनिवार को लगातार पांचवें दिन गंभीर रूप अख्तियार कर लिया, जब देशभर में सैकड़ों घरेलू उड़ानें रद्द करनी पड़ीं. प्रमुख हवाई अड्डों में मुंबई सबसे ज्यादा प्रभावित रहा, जहां 109 उड़ानें रद्द हुईं. दिल्ली में 86 उड़ानों के रद्द होने से संचालन बुरी तरह बाधित हुआ.

शुक्रवार को केंद्र सरकार को स्थिति संभालने के लिए हस्तक्षेप करना पड़ा. सरकार ने उच्च-स्तरीय जांच के आदेश दिए, FDTL मानकों को अस्थायी रूप से स्थगित किया और सभी रद्द उड़ानों के लिए स्वतः रिफंड जारी करने का निर्देश दिया.

IndiGo, जो प्रतिदिन लगभग 2,300 उड़ानें संचालित करती है और 400 से अधिक विमान चलाती है, इस परिचालन संकट से बुरी तरह प्रभावित हुई है. एयरलाइन की समयपालन क्षमता तेजी से गिर गई है और मौजूदा स्थिति कई दिनों तक जारी रहने की आशंका जताई जा रही है.

ये भी पढ़ें- 1,500 उड़ानें रद्द, उड्डयन मंत्री ने इंडिगो को ठहराया जिम्मेदार, सख्त कार्रवाई के दिए संकेत

IndiGo
Advertisment