1,500 उड़ानें रद्द, उड्डयन मंत्री ने इंडिगो को ठहराया जिम्मेदार, सख्त कार्रवाई के दिए संकेत

देशभर में इंडिगो की 1,500 से अधिक उड़ानें रद्द होने से पैदा हुए संकट पर नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने एयरलाइन को पूरी तरह जिम्मेदार ठहराया। मंत्री ने कहा कि सरकार सख्त कार्रवाई करेगी और जांच समिति बनाई गई है.

देशभर में इंडिगो की 1,500 से अधिक उड़ानें रद्द होने से पैदा हुए संकट पर नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने एयरलाइन को पूरी तरह जिम्मेदार ठहराया। मंत्री ने कहा कि सरकार सख्त कार्रवाई करेगी और जांच समिति बनाई गई है.

author-image
Ravi Prashant
New Update
ram mohan naidu

नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू Photograph: (ANI)

देशभर में इंडिगो की उड़ान सेवाओं में पिछले चार दिनों से जारी भीषण अव्यवस्था पर नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने कठोर रुख अपनाते हुए कहा कि संकट के लिए केवल इंडिगो ही जिम्मेदार है. 1,500 से अधिक उड़ानें रद्द होने से लाखों यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा है, जबकि हवाई अड्डों पर अफरा-तफरी की स्थिति कायम है. मंत्री ने स्पष्ट किया कि सरकार इस मामले में कड़े कदम उठाने जा रही है और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा.

Advertisment

जवाबदेही इंडिगो की होगी

इंडिया टुडे से बातचीत में नायडू ने कहा कि सरकार ने एक विशेष समिति गठित की है जो संकट के कारणों और जिम्मेदार व्यक्तियों की पहचान करेगी. उन्होंने कहा, “हमने कमेटी बनाई है जो पूरी जांच करेगी कि कहां गलती हुई और किसकी वजह से हुई. जिम्मेदार लोगों को इसका जवाब देना होगा.” मंत्री ने अचानक गिरती ऑन-टाइम परफॉर्मेंस पर गंभीर चिंता जताई और कहा कि 20 वर्षों से उच्च विश्वसनीयता के लिए जानी जाने वाली एयरलाइन का इस स्तर पर फिसल जाना चौंकाने वाला है.

FDTL नियमों के गलत आकलन से संकट शुरू

जांच और प्रारंभिक रिपोर्टों में सामने आया कि इंडिगो ने नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) नियमों को लागू करने के बाद पायलटों की आवश्यक संख्या का सही आकलन नहीं किया. नवंबर 2025 में लागू हुए इन नियमों के अनुसार पायलटों को अधिक आराम समय और सीमित उड़ान घंटों का पालन करना आवश्यक है. इंडिगो की योजना में इस बदलाव की उपेक्षा से संचालन में भारी कमी आई और एक श्रृंखलाबद्ध संचालन विफलता पैदा हो गई.

मंत्री ने कहा कि नियमों के पालन के लिए पर्याप्त समय दिया गया था और अन्य सभी एयरलाइनों ने सफलतापूर्वक इसका पालन किया. ऐसे में समस्या केवल एक एयरलाइन तक सीमित रहना गंभीर लापरवाही को दर्शाता है.

DGCA की रिपोर्ट में खुलासा

DGCA ने अपनी प्रारंभिक समीक्षा में इंडिगो के संचालन ढांचे में “गंभीर मिसजजमेंट और प्लानिंग गैप” को मुख्य कारण बताया है. नियामक ने स्थिति को स्थिर करने के लिए अस्थायी राहत उपाय भी लागू किए हैं, साथ ही एयरलाइन से विस्तृत जवाब मांगा है.

7 दिसंबर शाम 8 बजे तक रिफंड पूरा करें

नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने आदेश दिया है कि इंडिगो 7 दिसंबर 2025 को शाम 8 बजे तक सभी रद्द उड़ानों के यात्रियों को पूरा रिफंड जारी करे. मंत्रालय ने चेतावनी दी कि निर्धारित समय सीमा पार होने पर तुरंत दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी.

 साथ ही एयरफेयर कैप लागू किया गया है ताकि संकट के दौरान किराए में अनियमित बढ़ोतरी को रोका जा सके.सरकार ने यह भी निर्देश दिया कि एयरलाइन सभी बिछड़े हुए बैगों को 48 घंटे के भीतर यात्रियों के पते पर पहुंचाए और हर चरण में अपडेट प्रदान करे.

एयरपोर्टों पर स्थिति में सुधार

दिल्ली एयरपोर्ट ने बयान जारी कर बताया कि इंडिगो उड़ान संचालन धीरे-धीरे सामान्य हो रहा है. हालांकि कई यात्री अब भी रातें टर्मिनलों में बिताने को मजबूर हैं और कई महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में पहुंचने से चूक गए हैं. सूचना, सहायता और सुविधाओं की कमी की शिकायतें लगातार मिल रही हैं. सरकार ने स्पष्ट किया है कि वह इस मामले में कड़ा संदेश देना चाहती है ताकि भविष्य में कोई भी एयरलाइन संचालन संबंधी मानकों का उल्लंघन करने की हिम्मत न करे.

IndiGo Airlines
Advertisment