6 बजकर 52 मिनट पर हुआ जोरदार धमाका, नजदीक पुलिस चौकी की चटक गई दीवारें, मौके पर पुलिसकर्मी ने क्या-क्या देखा?

दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किले के पास सोमवार शाम हुए भीषण विस्फोट के संबंध में दर्ज एफआईआर से कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं. कुछ ऐसे फैक्ट्स हैं, जिन्हें जानने के बाद आपको भी यकीन नहीं होगा.

दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किले के पास सोमवार शाम हुए भीषण विस्फोट के संबंध में दर्ज एफआईआर से कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं. कुछ ऐसे फैक्ट्स हैं, जिन्हें जानने के बाद आपको भी यकीन नहीं होगा.

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Ravi Prashant
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DELHI BLAST NEWS

दिल्ली ब्लास्ट न्यूज Photograph: (ANI)

दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किले के पास सोमवार शाम हुए भीषण धमाके को लेकर दर्ज एफआईआर से कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं. एफआईआर के मुताबिक, विस्फोट इतना शक्तिशाली था कि उसने आसपास खड़ी कई गाड़ियों के साथ-साथ रेड फोर्ट पुलिस चौकी को भी बुरी तरह नुकसान पहुंचाया.

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चौकी पर तैनात थे पुलिसकर्मी

यह एफआईआर उस पुलिसकर्मी के बयान पर आधारित है जो घटना के वक्त चौकी पर ड्यूटी पर तैनात था और सबसे पहले मौके पर पहुंचा. एफआईआर में दर्ज ब्योरे के अनुसार, घटना शाम करीब 6:50 बजे लाल किले पुलिस चौकी से कुछ ही कदम की दूरी पर हुई. धमाके का असर इतना तीव्र था कि पुलिस चौकी की दीवारें और खिड़कियां तक उड़ गईं. अधिकारियों ने बताया कि चौकी की मरम्मत का काम अब शुरू हो गया है.

पुलिसकर्मी ने तुरंत दी सुचना

एफआईआर के मुताबिक, धमाका सुनते ही चौकी पर मौजूद पुलिसकर्मी मौके की ओर दौड़ा. वहां पहुंचने पर उसने देखा कि कई वाहन जल रहे थे और मलबा चारों ओर बिखरा हुआ था. उसने तुरंत कंट्रोल रूम को सूचना दी और अतिरिक्त पुलिस बल, फायर ब्रिगेड और एम्बुलेंस को बुलाया. थोड़ी देर बाद रेस्क्यू टीमें मौके पर पहुंचीं और राहत कार्य शुरू कर दिया गया.

कई कारें हुई तबाह

प्राथमिक जांच के अनुसार, धमाके में सात कारें, एक टेम्पो, दो मोटरसाइकिल, एक स्कूटर और चार रिक्शे क्षतिग्रस्त हुए हैं. शुरुआत में एफआईआर में आठ लोगों की मौत दर्ज की गई थी, लेकिन बाद में यह संख्या बढ़कर 13 हो गई. मृतकों की पहचान अभी औपचारिक रूप से जारी नहीं की गई है क्योंकि परिजनों को सूचना दी जा रही है.

पुलिस ने दर्ज किया मामला

इस मामले में कोतवाली थाने में केस दर्ज किया गया है. धारा 16/18 यूएपीए, 3/4 विस्फोटक अधिनियम, और 103(1)/109(1)/61(2) बीएनएस के तहत. धमाके के बाद दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी, फोरेंसिक टीम और एनएसजी बम निरोधक दस्ते मौके पर पहुंचे. उन्होंने इलाके से सैंपल और सबूत जुटाए ताकि धमाके के असली कारणों का पता लगाया जा सके. फिलहाल पूरा क्षेत्र सील कर दिया गया है और जांच एजेंसियां धमाके की साजिश से जुड़े हर पहलू की गहराई से जांच कर रही हैं.

अधिकारियों का कहना है कि शुरुआती जांच में यह स्पष्ट है कि धमाका पूरी तरह योजनाबद्ध आतंकी साजिश थी, जिसका लक्ष्य राजधानी दिल्ली में अधिकतम नुकसान पहुंचाना था. अब सुरक्षा एजेंसियां इस हमले के पीछे के नेटवर्क की कड़ी तलाश में जुटी हैं.

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