SIR को बताया CM ममता ने 'खतरनाक', चुनाव आयोग को पत्र लिखकर लगाया ये आरोप

SIR In Bengal: मुख्यमंत्री ने यह भी याद दिलाया कि जलपाईगुड़ी के मालबाजार में एक महिला BLO अपने घर में मृत मिली थीं. परिवार का आरोप है कि वह SIR के दबाव से तनाव में थीं.

SIR In Bengal: मुख्यमंत्री ने यह भी याद दिलाया कि जलपाईगुड़ी के मालबाजार में एक महिला BLO अपने घर में मृत मिली थीं. परिवार का आरोप है कि वह SIR के दबाव से तनाव में थीं.

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Yashodhan.Sharma
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CM Mamta write letter to EC

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SIR In Bengal: पश्चिम बंगाल सहित कई राज्यों में निर्वाचन आयोग की ओर से मतदाता सूची की विशेष गहन पुनरीक्षण प्रक्रिया (SIR) शुरू की गई है. बिहार के बाद अब बंगाल में भी यह अभियान तेज हुआ है, लेकिन इसके चलते राजनीतिक विवाद गहरा गया है. तृणमूल कांग्रेस लगातार इस प्रक्रिया का विरोध कर रही है और अब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सीधे मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार को पत्र लिखकर कार्रवाई रोकने की मांग की है.

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CM ममता ने लगाए ये आरोप

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपने तीन पन्नों के पत्र में आरोप लगाया कि बूथ-लेवल ऑफिसर (BLO) पर असहनीय कार्यभार डाल दिया गया है. उन्होंने कहा कि BLO घर-घर जाकर सर्वे कर रहे हैं और उन पर "अमानवीय दबाव" बनाया जा रहा है. ममता ने लिखा कि कर्मचारियों को सहायता देने, समय-सीमा बढ़ाने या खामियों को दूर करने के बजाय राज्य निर्वाचन आयोग धमकी भरे रवैये के साथ काम कर रहा है.

जलपाईगुड़ी का किया जिक्र

मुख्यमंत्री ने यह भी याद दिलाया कि जलपाईगुड़ी के मालबाजार में एक महिला BLO अपने घर में मृत मिली थीं. परिवार का आरोप है कि वह SIR के दबाव से तनाव में थीं. इससे पहले केरल और राजस्थान में भी BLO के आत्महत्या करने की खबरें आ चुकी हैं. ममता ने सोशल मीडिया पर भी इस घटना पर दुख जताया और इसे प्रणालीगत विफलता बताया.

SIR प्रक्रिया को बताया खतरनाक

अपने पत्र में ममता बनर्जी ने मुख्य चुनाव आयुक्त से अपील की कि SIR प्रक्रिया को तत्काल रोका जाए, BLO को पर्याप्त प्रशिक्षण और सहायता दी जाए, और इस पूरी कवायद की समीक्षा की जाए. उन्होंने कहा कि वर्तमान प्रक्रिया अनियोजित, अव्यवस्थित और खतरनाक है, जिससे अधिकारी और आम नागरिक दोनों परेशान हो रहे हैं. ममता ने आरोप लगाया कि बुनियादी तैयारी और स्पष्ट दिशा-निर्देशों के अभाव में शुरुआत से ही यह अभियान लड़खड़ा गया है.

EC का आया जवाब

दूसरी ओर, चुनाव आयोग के सूत्रों ने दावा किया है कि BLO को दिल्ली में आयोग के ट्रेनिंग सेंटर और राज्य के CEO कार्यालय द्वारा पूरी ट्रेनिंग दी गई है. आयोग ने कहा कि वह मुख्यमंत्री की चिट्ठी का बारीकी से अध्ययन कर रहा है और जल्द विस्तृत जवाब देगा. साथ ही यह भी संकेत दिया कि जरूरत पड़ने पर BLO की मदद के लिए अतिरिक्त अधिकारी तैनात किए जा सकते हैं, जैसे बिहार में जीविका दीदी और वॉलंटियर्स को जोड़ा गया था.

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