/newsnation/media/media_files/2025/10/14/nsg-2025-10-14-15-52-41.jpg)
nsg Photograph: (social media)
राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) के 41वें स्थापना दिवस पर मनसेर स्थित मुख्यालय में ब्लैक कैट कमांडो ने अपनी असाधारण दक्षता, आधुनिक तकनीकी उपकरणों और ऑपरेशनल कौशल का शानदार प्रदर्शन किया. इस मौके पर गृह मंत्री अमित शाह मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए और शहीद कमांडो को नमन करते हुए कहा कि “एनएसजी ने बीते चार दशकों में आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक भूमिका निभाई है.”
मशीनें जो इंसानों के साथ मोर्चे पर हैं
एनएसजी के एंटी-टेरर ऑपरेशन्स में अब आधुनिक मशीनें भी अहम भूमिका निभा रही हैं. टोटल कंटेनमेंट वेसल (TCV) के जरिए 50 किलो तक विस्फोटक को प्रेशर चेंबर में निष्क्रिय किया जा सकता है. वहीं, रिमोट ऑपरेटेड व्हीकल (RoV) एक किलोमीटर की दूरी तक नियंत्रण योग्य रोबोट है, जो नाइट विज़न, हिट सेंसर और हाइड्रोलिक बाहों से लैस है. अभ्यास के दौरान दिखाया गया कि किस तरह से ये रोबोटिक यूनिट्स बम निष्क्रिय करने से लेकर एसॉल्ट ऑपरेशन तक अंजाम दे सकते हैं.
सैनिक और उनके चार-पैर वाले साथी
एनएसजी के K9 दस्ते ने भी अपने अद्भुत कौशल का प्रदर्शन किया. K9 पैराट्रूपर ड्रिल में जवानों ने पैराशूट से अपने प्रशिक्षित कुत्तों के साथ उतरकर दुश्मन के ठिकाने पर हमला किया. बेल्जियन शेफर्ड नस्ल के कुत्तों ने आतंकवादियों के खिलाफ आक्रामक हमला कर अपनी ट्रेनिंग का परिचय दिया. यह दृश्य दर्शकों में जोश भर देने वाला था.
आसमान से जमीन तक एनएसजी की पहुंच
एनएसजी कमांडो का मिशन केवल ज़मीन तक सीमित नहीं है. पैराट्रूपर कमांडो और मोटर ग्लाइडर के जरिए आसमान से उतरकर दुश्मन के ठिकानों पर धावा बोलने की ड्रिल दिखाई गई. रूसी मी-17 हेलीकॉप्टर से किए गए एयर असॉल्ट ऑपरेशन ने एनएसजी की “Men in Black on Air” क्षमता को उजागर किया.
वीवीआईपी सुरक्षा की सटीक रणनीति
स्थापना दिवस के मौके पर वीवीआईपी सुरक्षा से जुड़ी कई परिस्थितियों का अभ्यास किया गया.
पहले ड्रिल में दिखाया गया कि रैली के दौरान ड्रोन हमले की कोशिश को एंटी-ड्रोन गन से कैसे विफल किया जाता है. दूसरे अभ्यास में भीड़ की शक्ल में हमला करने वाले आतंकियों से वीआईपी को बुलेटप्रूफ शील्ड के जरिए बचाया गया. तीसरे परिदृश्य में वाहन से आतंकी हमले को एनएसजी ने सेकंडों में निष्प्रभावी कर दिखाया.
मार्शल आर्ट और स्नाइपर की सटीकता
एनएसजी के ब्लैक कैट कमांडो ने मार्शल आर्ट और स्नाइपर तकनीक का भी प्रदर्शन किया. “वन शॉट वन किल” के सिद्धांत पर आधारित स्नाइपर ड्रिल में कमांडो ने हवा में लटकते हुए 1000 मीटर से लक्ष्य भेदा. वहीं, क्लोज रेंज कॉम्बैट में बिना हथियार के जूडो-कराटे शैली में दुश्मन को ढेर करने की क्षमता भी दिखाई.
नई तकनीक और उपकरणों की प्रदर्शनी
इस मौके पर एनएसजी ने अपने नवीनतम उपकरणों की प्रदर्शनी लगाई. इसमें CBRN PPE किट (केमिकल, बायोलॉजिकल, रेडियोलॉजिकल और न्यूक्लियर हमलों से सुरक्षा), अंडरवाटर ऑपरेशन उपकरण, 3 किमी रेंज वाला रडार, 5 किमी तक ड्रोन जैमर, और भारत निर्मित एंटी-ड्रोन गन जैसी तकनीकें शामिल थीं. साथ ही लॉन्ग रेंज स्नाइपर राइफल और कॉर्नर गन जैसी स्वदेशी हथियार प्रणालियां भी प्रदर्शित की गईं.
गृह मंत्री का संदेश
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, “एनएसजी ने न सिर्फ देश को आतंकवाद से सुरक्षित किया है, बल्कि पर्यावरण सुरक्षा में भी योगदान दिया है — CAPF के जवानों ने अब तक 6.5 करोड़ पौधे लगाए हैं.” उन्होंने 141 करोड़ की लागत से 8 एकड़ भूमि में नए स्पेशल ट्रेनिंग सेंटर की घोषणा की और बताया कि अब एनएसजी का नया हब अयोध्या में भी स्थापित किया जाएगा.