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मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार Photograph: (ANI)
मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने सोमवार को घोषणा की कि इस बार का बिहार विधानसभा चुनाव भारत के इतिहास का सबसे पारदर्शी, सुरक्षित और आसान चुनाव होगा. उन्होंने बताया कि बिहार में मतदान दो चरणों में होगा. पहला चरण 6 नवंबर को और दूसरा 11 नवंबर को होगा. मतगणना 14 नवंबर को की जाएगी.
ज्ञानेश कुमार ने कहा कि बिहार में मतदाता सूची को शुद्ध करने का काम देश के लिए मिसाल बना है. उन्होंने बताया कि मतदाता सूची का विशेष पुनरीक्षण 24 जून 2025 से शुरू हुआ था और 1 अगस्त को इसका प्रारंभिक ड्राफ्ट जारी किया गया था.
सीधे BLO से जुड़कर बात कर सकते हैं
निर्वाचन आयोग ने मतदाताओं की सुविधा के लिए पूरी चुनावी मशीनरी को सिर्फ एक कॉल की दूरी पर ला दिया है. बिहार में कुल 90,712 बीएलओ (BLOs), 243 ईआरओ (EROs) और 38 डीईओ (DEOs) की नियुक्ति की गई है. इनसे अब सीधे संपर्क किया जा रहा है. मतदाता 1950 (Voter Helpline) नंबर पर कॉल करके जानकारी ले सकते हैं. इसके लिए केवल संबंधित जिले का STD कोड लगाकर +91-STD Code-1950 डायल करना होगा. जैसे पटना के लिए +91-612-1950. साथ ही, ECINet ऐप के जरिए मतदाता अपने BLO से कॉल बुक करा सकते हैं.
30 सितंबर को जारी की गई आखिरी लिस्ट
नागरिकों को 1 सितंबर तक आपत्तियां और सुधार दर्ज करने का समय दिया गया. इसके बाद 30 सितंबर को आखिरी वोटर्स लिस्ट जारी की गई. उन्होंने बताया कि जिन नए नामों को मतदाता सूची में जोड़ा गया है, उन्हें चुनाव से पहले नए वोटर कार्ड जारी किए जाएंगे. साथ ही सोशल मीडिया पर किसी भी फेक न्यूज या भ्रामक जानकारी के प्रसार पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
बनाए गए हैं इतने पोलिंग स्टेशन
निर्वाचन आयुक्त ने जानकारी दी कि बिहार में इस बार कुल 90,712 पोलिंग स्टेशन बनाए गए हैं. राज्य में कुल 7.42 करोड़ मतदाता हैं, जिनमें 3.92 करोड़ पुरुष, 3.5 करोड़ महिलाएं, और लगभग 14 लाख प्रथम बार वोट डालने वाले मतदाता शामिल हैं. ज्ञानेश कुमार ने कहा कि इस बार चुनाव व्यवस्था में कई नई व्यवस्थाएं की गई हैं.
पहली बार ऐसी होगी चुनाव
पहली बार राज्य की सभी 243 विधानसभा सीटों के लिए एक-एक जनरल ऑब्जर्वर और सभी 38 जिलों के लिए एक पुलिस ऑब्जर्वर नियुक्त किया गया है. इसका उद्देश्य है कि मतदान के हर चरण पर पूर्ण निगरानी और निष्पक्षता बनी रहे. आयोग ने दावा किया है कि इस बार का चुनाव न केवल पारदर्शी और तकनीकी रूप से उन्नत होगा, बल्कि मतदाताओं के लिए अब तक का सबसे सुविधाजनक चुनाव अनुभव भी प्रदान करेगा.
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