कौन था अमृत मंडल? जिसे बंग्लादेश में दौड़ा-दौड़ाकर भीड़ ने मारा

बांग्लादेश के राजबाड़ी जिले में 29 वर्षीय हिंदू युवक अमृत मंडल की भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या कर दी गई. पुलिस के अनुसार उस पर उगाही और आपराधिक गतिविधियों के आरोप थे. घटना एक हफ्ते में हिंदू समुदाय से जुड़ी दूसरी हत्या बताई जा रही है. मामले की जांच जारी है.

बांग्लादेश के राजबाड़ी जिले में 29 वर्षीय हिंदू युवक अमृत मंडल की भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या कर दी गई. पुलिस के अनुसार उस पर उगाही और आपराधिक गतिविधियों के आरोप थे. घटना एक हफ्ते में हिंदू समुदाय से जुड़ी दूसरी हत्या बताई जा रही है. मामले की जांच जारी है.

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Ravi Prashant
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अमृत मंडल Photograph: (X)

बांग्लादेश के राजबाड़ी जिले से एक और चौंकाने वाली हिंसक घटना सामने आई है, जिसमें 29 वर्षीय हिंदू युवक अमृत मंडल की भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या कर दी गई. यह घटना ऐसे समय पर हुई है जब एक हफ्ते पहले ही दीपू चंद्र दास की हत्या को लेकर देश में आक्रोश और चिंता का माहौल बना हुआ था. स्थानीय पुलिस और प्रत्यक्षदर्शियों के बयानों के आधार पर मामले की जांच की जा रही है.

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कौन था अमृत मंडल? 

पुलिस के अनुसार अमृत मंडल पर उगाही और आपराधिक गतिविधियों से जुड़े आरोप थे. कुछ रिपोर्ट्स में उसे ‘सम्राट वाहिनी’ नामक समूह से जुड़ा बताया गया है. पुलिस का दावा है कि अमृत लंबे समय तक भारत में रहा और हाल ही में बांग्लादेश लौटा था. आसपास के इलाकों में उसकी पहचान थी और वह कई लोगों के संपर्क में था. इन्हीं संपर्कों के चलते वह कुछ साथियों के साथ शाहिदुल इस्लाम नामक व्यक्ति के घर गया था.

भीड़ का हमला कैसे हुआ?

बताया जा रहा है कि बुधवार रात करीब 11 बजे अचानक ‘डाकू-डाकू’ का शोर मचा. इसके बाद देखते ही देखते सैकड़ों लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई. अमृत के साथ मौजूद अन्य लोग मौके से निकलने में सफल रहे, लेकिन अमृत को भीड़ ने पकड़ लिया. आरोप है कि उसे लात-घूंसे और डंडों से बेरहमी से पीटा गया. जब उसकी हालत गंभीर हो गई, तब पुलिस मौके पर पहुंची और उसे अस्पताल ले जाया गया.

अस्पताल में हुई मौत

पुलिस के मुताबिक अमृत मंडल को गंभीर अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां रात करीब 2 बजे उसकी मौत हो गई. डॉक्टरों ने अत्यधिक चोटों और आंतरिक रक्तस्राव को मौत का कारण बताया. घटना के बाद इलाके में तनाव फैल गया, जिसके मद्देनजर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया.

पुलिस की कार्रवाई और बरामदगी

पुलिस का कहना है कि घटनास्थल से दो हथियार बरामद किए गए हैं, जिससे यह संकेत मिलता है कि हमलावर पहले से तैयार होकर आए थे. अधिकारियों ने बताया कि संदिग्धों की पहचान की जा रही है और सीसीटीवी फुटेज तथा प्रत्यक्षदर्शियों के बयान जुटाए जा रहे हैं. कुछ लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिए जाने की भी सूचना है.

पिछली घटना से किया जा रहा है तुलना? 

इससे पहले 18 दिसंबर को दीपू चंद्र दास की हत्या का मामला सामने आया था, जिसमें ईशनिंदा के आरोप लगाए गए थे. दोनों घटनाओं के बीच समानताओं को देखते हुए जांच एजेंसियां सभी पहलुओं की पड़ताल कर रही हैं. पुलिस ने कहा है कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा और कानून के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी.

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