सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने सोमवार को कहा कि महिला अधिकारी बहुत अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं. अब सशस्त्र बलों में उनकी संख्या को बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है. बता दें, हाल ही में सेना के एक पूर्व अधिकारी ने महिला अधिकारियों के कामकाज को लेकर रिपोर्ट बनाई थी, जिसमें उन्होंने कई मुद्दों पर चिंता जाहिर की थी.
रिपोर्ट के बारे में क्या बोले सेना प्रमुख
सेना दिवस से पूर्व एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुे उन्होंने जनरल द्विवेदी ने कहा कि महिला अधिकारी अच्छा काम कर रही हैं. पूर्व सैन्य अधिकारी की रिपोर्ट पर उन्होंने कहा कि एक पत्र लीक हुआ, ये गलत है. ऐसा नहीं होना चाहिए था. कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का आदेश दिया गया है. ये बस एक धारणा थी. धारणा व्यक्त करने और टिप्पणी कररने का सबको पूरा अधिकार है. उन्होंने कहा कि सेना को मजबूत सैन्य अधिकारी चाहिए, जो काली माता का रूप हो. उन्होंने जेंडर इक्वालिटी पर जोर दिया.
मणिपुर में सेना प्रमुख ने सुलह पर जोर दिया
सेना प्रमुख जनरल द्विवेदी ने हिंसा प्रभावित मणिपुर में सुलह की हिमायत की. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सुरक्षा बलों के प्रयासों और सरकार की पहल ने प्रदेश में स्थिति को नियंत्रित कर कर दिया है. जनरल द्विवेदी ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि मणिपुर के नए राज्यपाल अजय कुमार भल्ला स्थिति को काबू करने और सुलह को बढ़ावा देने के लिए आवश्यक कदम उठाएंगे. जनरल द्विवेदी ने बताया कि मणिपुर में हिंसा की घटनाएं हो रही है लेकिन शांति लाने पर ध्यान दिया जा रहा है.
उस सैन्य रिपोर्ट क्या था?
भारतीय सेना के 17 कॉर्प्स के पूर्व अधिकारी लेफ्टिनेंट जनरल राजीव पुरी ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि महिला कमांडिंग अफसर बहुत ज्यादा शिकायत करती है. उनमें ईगो प्रॉब्लम बहुत अधिक है. रिपोर्ट में कहा गया था कि सीओ अपने अफसरों, सूबेदारों और जवानों के प्रति कम संवेदनशील हैं. महिला कमांडरों का व्यवहार अपनी टीम के प्रति बहुत गंदा है.
लेफ्टिनेंट जनरल राजीव पुरी ने अपनी रिपोर्ट में क्या-क्या कहा ये जानने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें…