विदेशों में कितने भारतीय बंद है और कितने भारतीयों को मौत की सजा सुनाई गई है. इस बारे में केंद्र सरकार ने शुक्रवार को संसद में जानकारी दी. सरकार ने कहा कि वर्तमान में विदेशों की जेल में 10 हजार से अधिक भारतीय बंद है. इनमें से 49 भारतीयों को मौज की सजा सुनाई गई है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, लिखित जवाब में विदेश राज्य मंत्री कीर्तिवर्धन सिंह ने बताया कि सबसे अधिक 2,633 भारतीय सऊदी अरब की जेलों में बंद हैं. 2,518 भारतीय संयुक्त अरब अमीरात में कैद हैं. उन्होंने बताया कि नेपाल में 1,317 भारतीय हैं कैद में हैं.
कतर में 611 भारतीय, कुवैत में 387 भारतीय, मलेशिया में 338 भारतीय पाकिस्तान की जेल में 266 भारतीय और चीन के जेल में 173 भारतीय बंद हैं. उन्होंने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका की जेलों में 169 भारतीय, ओमान की जेल में 148 भारतीय, रूस और म्यांमार की जेलों में 27 भारतीय बंद हैं.
49 भारतीयों को फांसी की सजा
सरकार ने बताया कि कुवैत में 25 भारतीयों को फांसी की सजा सुनाई गई है. सऊदी अरब में नौ भारतीयों, जिम्बाब्वे में सात भारतीयों, मलेशिया में पांच भारतीयों और जमैका में एक भारतीय को फांसी की सजा दी गई है.
संसद से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें- 'अपनी परंपरा, आस्था और श्रद्धा को गर्व से अपना रहा भारत का युवा', संसद में बोले PM मोदी
विदेशों में भारतीयों की सुरक्षा और कल्याण को प्राथमिकता देती है सरकार
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सरकार विदेशों की जेल में बंद भारतीयों के साथ-साथ भारत में रहने वाले लोगों की सुरक्षा और कल्याण को प्राथमिकता देती है. विदेश में भारतीय मिशन सतर्क रहते हैं. हम स्थानीय कानूनों के उल्लंघनों के मामलों में बारीकी से नजर रखते हैं.
मंत्रालय ने बताया कि यूएई ने मारे गए भारतीयों की संख्या का अब तक खुलासा नहीं किया है. हालांकि, 2020 से 2024 के बीच किसी भी भारतीय को फांसी नहीं दी गई. यूएई में इस साल फरवरी में तीन भारतीयों को फांसी दी गई है, जिसमें उत्तर प्रदेश की एक नर्स और केरल का एक व्यक्ति शामिल है.
संसद से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें- सांसद राघव चड्ढा ने संसद में उठाया था मुद्दा, कोलकाता के बाद अब चेन्नई एयरपोर्ट पर भी खुली सस्ती कैंटीन