क्या है इन्फ्लूएंजा वायरस? जिसकी चपेट में आ गए थे अजीत डोभाल, जानिए इसके लक्षण

भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल की तबीयत बीते कुछ दिनों से ठीक नहीं है. दरअसल, उनको जो बीमारी हुई है वो काफी खतरनाक है. आइए आपको उसके बारे में बताते है.

भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल की तबीयत बीते कुछ दिनों से ठीक नहीं है. दरअसल, उनको जो बीमारी हुई है वो काफी खतरनाक है. आइए आपको उसके बारे में बताते है.

author-image
Nidhi Sharma
New Update
अजीत डोभाल-इन्फ्लूएंजा वायरस

अजीत डोभाल-इन्फ्लूएंजा वायरस Photograph: (Social Media and Freepik)

राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल को ये बीमारी हुई थी ज‍िस कारण उन्‍हें अपनी मॉस्‍को की यात्रा भी रद्द करनी पड़ी थी. उनकी जो बीमारी है. वो ज्यादा बुजुर्ग लोगों के अंदर देखने को मिल रही है. 80 साल के डोभाल को रूस के मॉस्को में होने वाली एक अहम अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा बैठक में भाग लेना था, लेक‍िन बीमारी के कारण उन्‍होंने अपनी यात्रा को कैंस‍िल कर द‍िया था. आइए आपको उनकी इस बीमारी के बारे में बताते है. इसके साथ ही इसके लक्षण के बारे में भी बताते है. 

Advertisment

क्या है इन्फ्लूएंजा वायरस

दरअसल, अजीत डोभाल को सीजनल फ्लू हुआ है. जिसे कि हम मौसमी  इन्फ्लूएंजा भी कहते हैं. इन्फ्लूएंजा वायरस के कारण होने वाला एक एक्यूट रेस्पिरेटरी इन्फेक्शन है. ये बीमारी आमतौर पर बिना इलाज के ठीक हो जाती है. ये बीमारी काफी जल्दी फैलने वाली बीमारी है. ये खांसने या छींकने पर लोगों में आसानी से फैल जाती है. इस बीमारी से बचाव का सबसे असरदार तरीका वैक्सीनेशन ही है. ये आमतौर पर ठंड के मौसम में और बारिश के द‍िनों में फैलता है. वैसे तो इस बीमारी का कोई खास इलाज नहीं है. इससे ग्र‍स‍ित मरीज कुछ दि‍नों में ठीक हो जाते हैं लेक‍िन बुजुर्गों और कमजोर इम्‍युन‍िटी वालों के ल‍िए ये बीमारी खतरा बन सकती है. इस कारण और ज्‍यादा ध्‍यान देने की जरूरत होती है.

मौसमी फ्लू की खतरनाक वजह 

80 साल से अधिक उम्र के लोगों में मौसमी फ्लू कई वजहों से खतरनाक हो सकता है. दरअसल इस उम्र आपकी इम्‍युन‍िटी कमजोर होती है. इस कारण ये बीमारी गंभीर रूप ले सकती है. वहीं, ज‍िनकी उम्र ज्‍यादा होती है, वे पहले से ही कई बीमार‍ियों से जूझ रहे होते हैं ज‍िससे फ्लू और गंभीर हो सकता है. इसके अलावा सीजनल फ्लू से डिहाइड्रेशन, बीपी का लो होना, इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन जैसी समस्याएं बढ़ सकती हैं.

क्या है इसके लक्षण

तेज बुखार

ठंड लगना

पसीना आना

सूखी खांसी

गले में खराश

सिरदर्द

मांसपेशियों में अकड़न

भूख न लगना

नाक बंद होना

नाक बहना

थकान होना

ऐसे करें बचाव

जो लोग बीमार हैं, उनसे दूरी बनाकर रखें. संभव हो तो घर पर रहें. खांसते या छींकते समय अपने मुंह और नाक को रुमाल से ढकें. किसी भी तरह से वायरस से बचने के लिए जरूरी है कि अपने हाथों को साफ रखें. आप चाहें तो सैन‍िटाइजर का यूज भी कर सकते हैं. आंखों नाक या मुंह को बार-बार छूने से बचना चाह‍िए. इससे बचाव के लिए जरूरी है कि आप अपनी लाइफस्‍टाइल में बदलाव करें. भरपूर नींद लें, फ‍िज‍िकली एक्टिव रहें. तनाव न लें. ज‍ितना हो सके पानी प‍िएं और हेल्‍दी डाइट लें.

ये भी पढ़ें- खूबसूरत दिखने के लिए कोरियन लड़कियां करती हैं ये सब काम, जानकर आपको नहीं होगा यकीन

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित हैं. News Nation इसकी पुष्टि नहीं करता है.

influenza virus Seasonal Flu NSA Ajit Doval ajit doval lifestyle News In Hindi amazing health tips health tips
      
Advertisment