लाइफस्टाइल की वजह से लोगों को कमर दर्द, जोड़ों में दर्द, माइग्रेन PCOS और PCOD जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. जिसके लिए लोग दवाइयों का सबसे ज्यादा इस्तेमाल करते हैं. ये शरीर के लिए काफी नुकसान पहुंचा सकता है. वहीं आयुर्वेद में पोटली थेरेपी काफी ट्रेंड में है. जोकि आपको इन बीमारियों से छुटकारा दिला सकती है. यह पोटली थेरेपी इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब चर्चा में है.
क्या है पोटली थेरेपी?
पोटली थेरेपी, जिसे आयुर्वेद में पिंडा स्वेद भी कहा जाता है. यह एक ऐसी तकनीक है जिसमें औषधीय जड़ी-बूटियों, मसालों और प्राकृतिक तत्वों को कपड़े की छोटी पोटली में बांधकर गर्म किया जाता है और फिर इससे शरीर के प्रभावित हिस्से की सिकाई की जाती है. ये थेरेपी न सिर्फ दर्द और सूजन में राहत देती है, बल्कि शरीर को डिटॉक्स करती है और ब्लड सर्कुलेशन को भी बेहतर बनाती है.
क्या है खासियत?
इस थेरेपी की खास बात ये है कि इसे घर पर भी बड़ी आसानी से किया जा सकता है, बस सही इंग्रिडियंट्स और जानकारी की जरूरत होती है. हर प्रॉब्लम के लिए अलग-अलग जड़ी-बूटियों और खड़े मसालों से पोटली तैयार की जाती है. इसे गर्म तेल या भाप में गर्म कर के शरीर के उस हिस्से पर लगाया जाता है जहां दर्द या जकड़न हो.
पीरियड पेन
इस पोटली में सूखा अदरक ( सौंठ) , अलसी के बीज, अश्वगंधा, मेथी दाने और अजवाइन. इन सभी को एक कॉटन के कपड़े में डालकर पोटली बना लें. इसे गर्म तवे पर गर्म करें. इसके बाद दर्द वाले हिस्से पर 10-15 मिनट तक इसकी मसाज करें. ये दर्द से राहत दिलाने के साथ ही ब्लोटिंग को कम करती है और हार्मोन बैलेंस को बनाए रखती है.
हेयर ग्रोथ के लिए पोटली
एक कॉटन के कपड़े में मेथी दाने, 1 चम्मच कलौंजी और 10-11 लौंग ड्राई रोस्ट कर के पोटली में भर लें. इसे गर्म करके स्कैल्प पर 5-10 मिनट के लिए मसाज करें. ये बालों को ग्रोथ को बढ़ाएगी, हेयर फॉल और डैंड्रफ को कम करने में भी मदद करेगी.
एसिटिडी के लिए पोटली
2 चम्मच ड्राई रोस्ट की हुई अजवाइन, सौंफ, जीरा और सोंथ को पोटली में बांध लेना है. इसे गर्म करके पेट के हिस्से पर मसाज करें . ये डायजेशन को बेहतर बनाती है और ब्लोटिंग , गैस जैसी समस्याओं से राहत दिलाने में भी मदद करती है.
माइग्रेन के लिए पोटली
2 चम्मच अजवाइन, 4-5 लौंग,1 चम्मच सूखा अदरक पाउडर और 2 चम्मच काला नमक मिलाकर पोटली में बांध लें. पोटली को तवे पर गर्म करें और दर्द वालें हिस्सों पर मसाज करें. ये माइग्रेन के दर्द से राहत दिलाएगी.
ये भी पढ़ें- Kedarnath Yatra 2025: आप भी जाने वाले हैं केदारनाथ, सुरक्षित यात्रा के लिए अपनाए ये टिप्स
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित हैं. News Nation इसकी पुष्टि नहीं करता है.