बहुत से लोग अगर मलत्याग करने या कहें फ्रेश होने वॉशरूम में जाते हैं तो 10 से 15 मिनट में बाहर निकल आते हैं. लेकिन, उन लोगों की गिनती भी कम नहीं है जिन्हें बाथरूम में 30 से 45 मिनट का समय लगता है. लोग कई बार यह सोचकर भी टॉयलेट (Toilet) में बैठे रहते हैं कि इससे पेट ज्यादा बेहतर तरीके से साफ हो सकेगा. लेकिन, एक्सपर्ट का कहना है कि ऐसा नहीं है बल्कि टॉयलेट में 15 मिनट से ज्यादा बैठना पेट संबंधी दिक्कतों को बढ़ा सकता है. आइए आपको इसके बारे में बताते हैं.
पाइल्स
टॉयलेट सीट पर ज्यादा देर तक बैठने से आपके मलाशय और गुदा की नसों पर काफी ज्यादा दबाव पड़ता है. इसके दबाव से नसें सूज जाती हैं और पाइल्स की दिक्कत शुरू हो जाती है. वहीं एक्सपर्ट के मुताबिक यह आपके पेल्विक एरिया में ब्लड सर्कुलेशन को भी धीमा कर देता है.
कब्ज
अगर आप ज्यादा देर तक टॉयलेट में बैठे रहते हैं, तो इससे कब्ज की समस्या और भी बढ़ सकती है. हमारे शरीर में मल त्याग करने का एक नेचुरल संकेत होता है. जब आप इस संकेत के बावजूद बिना मल पास किए ज्यादा देर तक बैठे रहते हैं, तो यह संकेत कमजोर पड़ जाता है. इससे मल और ज्यादा सख्त हो जाता है और कब्ज की समस्या पैदा होती है.
यूरिनरी लीकेज
लंबे समय तक टॉयलेट में बैठने से आपके पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं. ये मांसपेशियां ब्लैडर को सही स्थिति में रखने में मदद करती हैं. जब ये कमजोर होती हैं, तो पेशाब को ठीक से रोक नहीं पातीं, जिससे यूरिन लीकेज की समस्या हो सकती है.
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बैक्टीरिया
वहीं कुछ लोग टॉयलेट में अपने साथ फोन लेकर जाते हैं. वह बैक्टीरिया और कीटाणुओं का घर बन सकता है. वहीं जब आप हाथ धोने या फ्लश करने के बाद फोन को छूते हैं, तो ये कीटाणु आपके फोन पर चिपक जाते हैं.
क्या करें?
अगली बार जब आप टॉयलेट जाएं, तो कोशिश करें कि 5 से 10 मिनट से ज्यादा न बैठें. अपने साथ फोन लेकर जाने की आदत को तुरंत छोड़ दें. अपनी सेहत को प्राथमिकता दें और इन खतरनाक बीमारियों से बचें.
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित हैं. News Nation इसकी पुष्टि नहीं करता है.