इस वजह से नहीं होती Physical Relation बनाने की इच्छा, इन तरकीब से ठीक करें अपनी ये दिक्कत

रिलेशन में जितना जरूरी इमोशनल स्टैंड होता है. उतना ही जरूरी फिजिकल रिलेशन भी होता है. मेल हो या फीमेल, शारीरिक संबंध बनाने की इच्छा और जरूरत दोनों को होती है.

रिलेशन में जितना जरूरी इमोशनल स्टैंड होता है. उतना ही जरूरी फिजिकल रिलेशन भी होता है. मेल हो या फीमेल, शारीरिक संबंध बनाने की इच्छा और जरूरत दोनों को होती है.

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Nidhi Sharma
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Physical Relation

Physical Relation Photograph: (Freepik AI)

शारीरिक संबंध बनाने की इच्छा और जरूरत मेल और फिमेल दोनों में होती है. जिसके लिए ह्यूमन बाॅडी में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन अहम भूमिका निभाता है. पार्टनर से दूरी, रोमांस में चि​ड़चिड़ापन... यह सब यौन संबंध की इच्छा की कमी से होते है. जिसकी वजह से पति और पत्नी के रिश्ते खराब होने लगते हैं. इसके पीछे का मेन कारण हार्मोनल चेंज है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसके पीछे कौन सा हार्मोनल है. जिसकी वजह से यौन संबंध की इच्छा नहीं होती है. 

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काैन सा है वह हार्मोन?

मेल हो या फीमेल शारीरिक संबंध बनाने की इच्छा और जरूरत दोनों की होती है. इसके लिए ह्यूमन बॉडी में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन अहम भूमिका निभाता है. ये हार्मोन महिला-पुरुष दोनों में पाया जाता है. महिलाओं की तुलना में ये हार्मोन पुरुषों में कई गुना अ​धिक पाया जाता है. इसे सेक्‍स हार्मोन के तौर पर भी जाना जाता है. 

हार्मोन की कमी 

टेस्टोस्टेरोन हार्मोन शरीर में यौन इच्छा को बढ़ाने में मददगार होता है. इसके साथ ही ये शरीर के कई बाकी कामों में भी असरदार है. ये स्पर्म बनाने, फर्टिलिटी क्षमता बढ़ाने और शरीर में हड्डियों के निर्माण में भी सहायक होता है. इस हार्मोन की कमी से शारीरिक संबंध बनाने की इच्छा में कमी आती है. एक पुरुष के शरीर में टेस्टोस्टेरोन का सामान्य स्तर 300 से 1000 नैनो ग्राम प्रति डेसीलीटर होता है. इस स्तर से नीचे का स्तर टेस्टोस्टेरोन लेवल की कमी को दर्शाता है. महिलाओं में टेस्टोस्टेरोन के साथ एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन अहम होते हैं. इन हार्मोंस के असंतुलन से मेंस्ट्रुअल साइकिल, फर्टिलिटी और यौन इच्छा पर असर डलता है.

कैसे कम हो जाता है टेस्टोस्टेरोन 

बीमारी

अगर शरीर किसी बीमारी से जूझ रहा है तो इसका असर टेस्टोस्टेरोन हार्मोन पर पड़ सकता है. शरीर में इसकी डेफि​शिएंसी देखने को मिल सकती है.

अनकंट्रोल वेट

शरीर में मोटापा कई बीमारियों की शुरुआती वजह बनता है. मोटापा लो टेस्टोस्टेरोन का एक महत्वपूर्ण कारण है.

एज फैक्टर

बढ़ती उम्र के साथ शरीर में कई तरह के बदलाव होने शुरू हो जाते हैं. ऐसे में शरीर में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन की कमी भी होने लगती है.

बिगड़ी लाइफस्टाइल

लाइफस्टाइल में बदलाव का असर शरीर में कई रोगों को जन्म देता है. ये शरीर में हार्मोनल चेजेंस की वजह बन जाता है. जिसका याैन संबंधों पर भी असर देखने को मिल सकता है.

ऐसे बढ़ाए टेस्टोस्टोरोन

इसके लिए आप सबसे पहले डाइट पर ध्यान दें. आप अपने खाने में अंडे, ट्यूना, सैल्मन फिश, रेड मीट, ड्राई फ्रूट्स, हरी पत्तेदार सब्जियों को शामिल कर सकते हैं. इसके अलावा आप रेगुलर एक्सरसाइज करें. इसके अलावा आप प्रयाप्त नींद जरूर लें. क्राॅनिक स्ट्रेस कोर्टिसोल के स्तर को बढ़ाने का कार्य करता है. कोर्टिसोल हार्मोन के कारण टेस्टोस्टेरोन का स्तर कम होता है.

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Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित हैं. News Nation इसकी पुष्टि नहीं करता है.

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