Brain Stroke in Children: कोरोना महामारी के बाद इन दिनों भारत में ब्रेन स्ट्रोक (Brain Stroke) के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. 15 साल से कम उम्र के बच्चों में Brain Stroke के डरावने लक्षण देखने को मिल रहे हैं. वहीं 20 और 30 वर्ष के युवाओं को भी ये बीमारी अपनी चपेट में ले रही है. रिपोर्ट की मानें तो हर साल 185,000 लोग ब्रेन स्ट्रोक की चपेट में आते हैं. लगभग हर 40 सेकंड में एक व्यक्ति ब्रेन स्ट्रोक के लपेटे में आ रहा है. आपको आंकड़े जानकर हैरानी होगी लेकिन हर 4 मिनट में एक व्यक्ति इस जानलेवा बीमारी से दम तोड़ रहा है. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि लोग न तो इस बीमारी के लक्षण पहचान पाते हैं और न ही इसका समय से उपचार करा पाते हैं. आइए जानते हैं इसके बारे में.
न्यूरोलॉजिकल बीमारियों पर लोग नहीं देते ध्यान
भारत में हर साल 40 से 50 हजार लोगों में ब्रेन ट्यूमर के लक्षण दिखाई देते हैं. वहीं अगर ब्रेन स्ट्रोक (Brain Stroke) की बात करें तो ब्रेन स्ट्रोक की समस्या होने से पहले ही शरीर में कई लक्षण दिखाई देने लगते हैं. बस इन्हें पहचानकर समय पर चिकित्सक के पास जाना जरूरी है.लेकिन समस्या ये है की कई न्यूरोलॉजिकल बीमारियां ऐसी होती है जिनके ऊपर लोग ज्यादा ध्यान नहीं देते हैं.
ब्रेन स्ट्रोक के समय ये दिखते हैं लक्षण
बच्चों में नसों में ब्लड क्लॉट जमने से मिनी स्ट्रोक पड़ता है. इसके चलते उनके शरीर में खूब अच्छी तरह से घूम नहीं पाता है. अगर यहां बताए कोई भी लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए.
- चेहरे, हाथ, या पैर में झुनझुनी
- सुन्नता या लकवा होना
- अचानक कमजोरी महसूस होना
- सिरदर्द में तेज दर्द
- बोलने में दिक्कत होना
- कम दिखना, धुंधलापन या नजर कमजोर हो जाना
- बैठे-बैठे चक्कर आना
- ऊर्जा की कमी और नींद आना
बच्चों को ब्रेन स्ट्रोक से बचाने के लिए क्या करें?
- ब्रेन स्ट्रोक से बचाने के सबसे पहले आपको लाइफस्टाइल में सुधार करना होगा. हमेशा हेल्दी खाएं और एक्टिव रहें.
- स्ट्रेस मैनेजमेंट भी इसके लिए बेहद जरूरी है. क्योंकि अगर आपने स्ट्रेस मैनेजमेंट सीख लिया तो आपको ब्रेन संबंधी बीमारियां होने का खतरा कम रहता है.
- जिन लोगों को पहले से हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज की समस्या होती है उनमें ब्रेन स्ट्रोक होने का डर रहता है. ऐसी स्थिति में विशेष ध्यान रखने की जरूरत है.
- कई लोग कम उम्र में ही स्मोकिंग करना शुरू कर देते हैं. ये काफी खतरनाक है. स्मोकिंग या एल्कोहल लेने से दिमाग की ब्लड वेसल्स डैमेज हो जाती है. इससे स्ट्रोक आने का खतरा रहता है.
- बच्चों में सिर की चोट भी स्ट्रोक का कारण बन सकती है. इसलिए खेलते या बाहर जाते समय उनका विशेष ध्यान रखें.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. News Nation इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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