AIIMS Delhi: दिल्ली एम्स में इलाज कराने के लिए देश के कोने-कोने से मरीज पहुंचते हैं. एम्स को लेकर आई एक खबर से मरीजों को थोड़ी निराशा हो सकती है. एम्स में ऑर्थोपेडिक सर्जरी के लिए वेटिंग टाइम बढ़ गया है. अब मरीजों को एक-दो महीने नहीं बल्कि 12 महीने सर्जरी के लिए इंतजार करना पड़ सकता है. बीते दिनों की बात करें तो यह करीब छह माह था. टीओआई की रिपोर्ट के मुताबिक ऐसा ऑपरेशन थिएटरों की कम कार्यक्षमता के कारण हो रहा है. अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार एनेस्थीसिया डिपार्टमेंट की तरफ से सभी OT को संचालित करने में असमर्थता सामने आ रही है. जिसकी वजह से सात ऑपरेशन थिएटर्स में से महज 4 से 5 ही इन दिनों गतिशील हैं.
घट रही सर्जरी की संख्या
ऑपरेशन थिएटर्स की वजह से रोजाना होने वाली सर्जरी की संख्या 30 से कम होकर 20 रह गई है. इसकी वजह से ही बैकलॉग बढ़ता जा रहा है. इसके चलते मरीजों को अब सर्जरी के लिए लंबा इंतजार करना पड़ सकता है. दूर-दराज से यहां इलाज के लिए आने वाले लोगों को ऐसे में काफी दिक्कत हो सकती है.
अर्जेंट केसेज को मिलेगी प्राथमिकता
ट्यूमर ऑपरेशन और रीढ़ की हड्डी में कॉडा इक्विना जैसे अर्जेंट केसेज को इमरजेंसी कैटेगरी में रखा गया है. इन्हें इलाज में प्राथमिकता दी जाएगी. लेकिन शेड्यूल प्रोसीजर में लोगों को लंबा इंतजार करना पड़ेगा. क्योंकि रूटीन सर्जिकल शेड्यूल बनाने की वजह से वेटिंग लिस्ट बढ़ती ही जा रही है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. News Nation इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
यह भी पढ़ें: 25 साल पुरानी पित्ती उछलने की बीमारी का बाबा रामदेव ने बताया इलाज, यहां देखें वीडियो