घातक कोरोना वेरिएंट को WHO ने नाम दिया ओमीक्रॉन, वेरिएंट ऑफ कंसर्न घोषित
एडवाइजरी ग्रुप ने नए वेरिएंट पर चर्चा के लिए बैठक की और विश्व स्वास्थ्य संगठन को इसे वेरिएंट आफ कंसर्न करार देने की सलाह दी. इसके बाद इसे ओमिक्रोन नाम दिया गया, जो ग्रीक अक्षर से प्रेरित है.
highlights
- ग्रीक अक्षर के नाम रखा गया ओमीक्रॉन नाम
- 9 नवंबर को टेस्ट में मिला था यह वेरिएंट
- डब्ल्यूएचओ ने वेरिएंट ऑफ कंसर्न किया घोषित
जेनेवा:
दक्षिण अफ्रीका, बोत्सवाना समेत हांगकांग में सामने आए कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन बी.1.1.529 को विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization) ने वेरिएंट ऑफ कंसर्न करार देते हुए ओमीक्रॉन (Omicron) नाम दिया है. इस श्रेणी के वायरस को बेहद संक्रामक माना जाता है. डेल्टा वेरिएंट को भी इसी श्रेणी में रखा गया था. गौरतलब है कि डेल्टा (Delta Variant) की तुलना में कहीं अधिक घातक इस वेरिएंट के सामने आने से पहले ही ब्रिटेन, जर्मनी और रूस समेत कई यूरोपीय और अन्य देशों में कोविड-19 संक्रमण के मामले बढ़ रहे थे. रूस में तो इस महामारी के चलते रिकार्ड संख्या में लोगों की मौतें भी हो रही थीं. अब इस नए वेरिएंट के सामने आने के बाद दुनिया में दहशत फैल गई है.
9 नवंबर को टेस्ट में मिला था ओमीक्रॉन वेरिएंट
जानकारी के मुताबिक विश्व स्वास्थ्य संगठन के पास 24 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका में पाए गए बी.1.1.529 वेरिएंट से संक्रमण का पहला मामला सामने आया. हालांकि इस वेरिएंट से संक्रमण का पता 9 नंवबर को टेस्ट के लिए आए एक सैंपल में मिला था. डब्ल्यूएचओ के डायरेक्टर जनरल टेड्रोस अधनम घेब्रेसस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर बताया कि नया कोविड-19 वेरिएंट ओमीक्रॉन में बड़ी संख्या में म्यूटेशन मिला है. इनमें से कुछ तो काफी चिंताजनक हैं, इसलिए हमें टीकाकरण को लेकर सजग रहना होगा.
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सलाहकार समूह ने दिया था वेरिएंट ऑफ कंसर्न श्रेणी का सुझाव
सॉर्स कॉव-2 पर काम करने वाले टेक्निकल एडवाइजरी ग्रुप ने नए वेरिएंट पर चर्चा के लिए बैठक की और विश्व स्वास्थ्य संगठन को इसे वेरिएंट आफ कंसर्न करार देने की सलाह दी. इसके बाद इसे ओमिक्रोन नाम दिया गया, जो ग्रीक अक्षर से प्रेरित है. गौरतलब है कि दक्षिण अफ्रीका में इन दिनों इसी स्ट्रेन से कोरोना वायरस संक्रमितों का आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है. इससे पहले यहां डेल्टा वेरिएंट का प्रकोप था. दक्षिण अफ्रीका से बोत्सवाना और हांगकांग आने वाले यात्रियों में भी यही वेरिएंट पाया गया. इजरायल में भी मलावी से आए एक व्यक्ति को इससे संक्रमित पाया गया है. इस व्यक्ति को कोरोना रोधी वैक्सीन की दोनों डोज भी लगाई जा चुकी थी.
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