logo-image

कोरोना वायरस के बी117 वैरिएंट से गंभीर बीमारी और मौत की आशंका नहीं : शोध

कोरोना के बी117 वैरिएंट से संक्रमित लोगों को अधिक गंभीर बीमारी का अनुभव नहीं होता और उनके मरने की आशंका अधिक नहीं रहती. यह बात पत्रिका 'लैंसेट' में प्रकाशित संक्रामक रोगों पर हुए शोध के निष्कर्ष में सामने आई.

Updated on: 14 Apr 2021, 09:21 AM

लंदन:

कोरोना वायरस के बी117 वैरिएंट से संक्रमित लोगों को अधिक गंभीर बीमारी का अनुभव नहीं होता और उनके मरने की आशंका अधिक नहीं रहती. यह बात पत्रिका 'लैंसेट' में प्रकाशित संक्रामक रोगों पर हुए शोध के निष्कर्ष में सामने आई है. हालांकि, एनपीआर डॉट ऑर्ग पर जारी रिपोर्ट के अनुसार, वायरस स्ट्रेन जिसे यूके वैरिएंट कहा जाता है, वायरस के मूल उपभेदों की तुलना में अधिक संक्रामक रहता है. अमेरिका के रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र के मुताबिक, यह वैरिएंट पहली बार सितंबर 2020 में इंग्लैंड में उभरा और अब तो यह अमेरिका में सबसे आम वैरिएंट है.

यह भी पढ़ें: कोरोना वायरस के मामलों में रिकॉर्ड उछाल, 1.85 लाख नए केस, 24 घंटे में मौतें 1000 से अधिक

शोध करने वाली टीम ने 9 नवंबर से 20 दिसंबर, 2020 के बीच यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन अस्पताल और नॉर्थ मिडलसेक्स यूनिवर्सिटी अस्पताल में भर्ती मरीजों से नमूने एकत्र किए थे. रिपोर्ट में कहा गया है कि इन अस्पतालों भर्ती 341 मरीजों में से 58 फीसदी बी117 वैरिएंट से और 42 फीसदी एक अलग तरह के स्ट्रेन से संक्रमित थे. रिपोर्ट में कहा गया है कि दोनों समूहों के बीच लक्षणों की गंभीरता की तुलना करते हुए टीम ने पाया कि बी117 वैरिएंट से संक्रमित मरीजों में भी कथित तौर पर अधिक 'वायरल लोड' था या उनके शरीर में वायरस की मात्रा अधिक थी.

इससे पहले हाल ही में इस महीने की शुरुआत में आई एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ था कि खतरनाक सार्स-सीओवी-2 वैरियेंट-बी117 वैरियेंट पिछले साल आधे नबंवर तक दुनिया भर के 15 देशों में अपनी जड़ें फैला चुका था. एक अध्ययन से पता चला कि बी117 वैरियेंट, असली कोरोना वायरस से ज्यादा खतरनाक है.इसका पता पहले यूनाइटेड किंगडम में दिसंबर 2020 में पता चला था. लेकिन एक जर्नल में छपी रिपोर्ट के मुताबिक ये धीरे-धीरे पूरी दुनिया में अपनी जड़ें फैला रहा था. इसका खुलासा संक्रामक रोगों के बढ़ते प्रभाव पर प्रकाशित एक जर्नल के जरिए हुआ.

यह भी पढ़ें: स्पुतनिक-वी वैक्सीन के बारे में जानें कुछ प्रमुख चीजें

ऑस्टीन में स्थित टेक्सास विश्वविद्यालय के बॉयोलॉजी के प्रोफेसर लॉरेन एन्सल मैयर्स ने बताया, 'हमारे अनुमान के अनुसार बी117 वैरियेंट यूएस में अक्टूबर 2020 में पाया गया था.' इसकी जांच करने के लिए 15 देशों से आंकड़े जमा किए गए थे. अनुमान के अनुसार यूके से दुनिया भर के 15 देशों में सफर करने वाले लोगों ने पिछले साल 22 सितंबर से 7 दिसंबर तक तमाम देशों में यह वायरस फैलाया था. लेकिन यूएस में यह वैरियेंट अक्टूबर महीने के बीच में पहुंचा था. मैयर्स में कहा kf इस स्टडी से लैबोरेट्री सर्विलांस की महत्व का पता चलता है. पहले वायरस सैंपल की स्टडी करके नए वैरियेंट का पता लगाना मुश्किल काम था. 

(इनपुट - आईएएनएस)