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बच्चों के लिए जल्द आएगी कोरोना वैक्सीन! भारत बायोटेक की Covaxin टीके के ट्रायल की सिफारिश

वैक्सीन से वंचित बच्चों के लिए भी जल्द भारत में टीका आ सकता है. फिलहाल बच्चों के लिए वैक्सीन को ट्रायल की सिफारिश की गई है.

Updated on: 12 May 2021, 09:46 AM

highlights

  • अब बच्चों के लिए आएगी वैक्सीन!
  • Covaxin के ट्रायल की सिफारिश
  • समिति ने मानव ट्रायल की सिफारिश की

नई दिल्ली:

भारत में कोरोना वायरस महामारी जिस रफ्तार से आगे बढ़ रही है, उस पर रोक लगाने के लिए देश में युद्ध स्तर पर वैक्सीनेशन अभियान चलाया जा रहा है. देश में वैक्सीनेशन के 2 चरण पूरे हो चुके हैं और अब फिलहाल तीसरा चरण चल रहा है, जिसमें 18 साल से ऊपर के लोगों को दवा दी जा रही हैं. हालांकि इस बीच एक बड़ी खुशखबरी आई है. वैक्सीन से वंचित बच्चों के लिए भी जल्द भारत में टीका आ सकता है. फिलहाल बच्चों के लिए वैक्सीन को ट्रायल की सिफारिश की गई है.

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विशेषज्ञों के एक पैनल ने 2-18 आयुवर्ग के लिए कोविड-19 टीके कोवैक्सीन के दूसरे और तीसरे चरण के लिए मानव परीक्षण की सिफारिश की है. आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी है. न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, सूत्रों ने बताया है कि भारत बायोटेक के आवेदन पर विस्तृत विचार-विमर्श के बाद विषय विशेषज्ञ समिति (एसईसी) ने प्रस्तावित दूसरे/तीसरे चरण के मानव परीक्षण की अनुमति दिए जाने की सिफारिश की है.

बताया जाता है कि केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) की कोरोना को लेकर बनी विषय विशेषज्ञ समिति ने मंगलवार को भारत बायोटेक द्वारा किए गए उस आवेदन पर विचार-विमर्श किया, जिसमें उसके कोवैक्सीन टीके की 2 से 18 साल के बच्चों में सुरक्षा और रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने समेत अन्य चीजों का आकलन करने के लिए मानव परीक्षण के दूसरे और तीसरे चरण की अनुमति देने का अनुरोध किया गया था. अब इस समिति ने वैक्सीन के ट्रायल को मंजूरी दिए जाने की सिफारिश की है.

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सूत्रों के मुताबिक, भारत बायोटेक की इस कोवैक्सीन का ट्रायल दिल्ली के एम्स, पटना एम्स और नागपुर के मेडिट्रिना इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज सहित देश के अलग-अलग राज्यों में 525 जगहों पर किया जाएगा. आपको बता दें कि कोवैक्सीन पूरी तरह से स्वदेशी है, जिसे भारत बायोटेक ने बनाया है. अभी तक यह वैक्सीन 18 साल से ऊपर से लोगों के लिए ही बनाई गई है.