भारत में कोविड रोधी के बूस्टर डोज की तैयारी, अगले सप्ताह हो सकता है फैसला
विश्व स्तर पर अमेरिका, जर्मनी, ऑस्ट्रिया, कनाडा और फ्रांस सहित 38 देश बूस्टर खुराक दे रहे हैं. अमेरिका में अब तक दी गई बूस्टर डोज सबसे ज्यादा है. हालांकि, बूस्टर शॉट्स देने के निर्णय की विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा आलोचना की गई है.
highlights
- बूस्टर डोज की आवश्यकता को लेकर विशेषज्ञ पैनल लेंगे फैसला
- बुस्टर डोज पर अगले सप्ताह की शुरुआत में बैठक आयोजित की जाएगी
- अमेरिका, जर्मनी, कनाडा और फ्रांस सहित 38 देश बूस्टर खुराक दे रहे हैं
नई दिल्ली:
भारत में सबसे कम प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों के लिए कोविड-19 बूस्टर खुराक की सिफारिश करने पर फैसला करने वाला एक विशेषज्ञ पैनल अगले सप्ताह की शुरुआत में अपने सुझाव दे सकता है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा है कि टीकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह की अगले सप्ताह की शुरुआत में बैठक आयोजित की जाएगी जहां गंभीर और कम प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों को अतिरिक्त कोविड-19 टीके की पेशकश करने की संभावित नीति पर चर्चा की जाएगी. एक अधिकारी ने कहा, आबादी के काफी बड़े हिस्से को दो खुराक पूरा करने के बाद भी अतिरिक्त टीके की आवश्यकता हो सकती है. उन्होंने कहा कि केवल विशेषज्ञ पैनल ही यह निर्दिष्ट कर सकता है कि बूस्टर शॉट्स की आवश्यकता किसे है और दूसरी खुराक प्राप्त करने के कितने समय बाद इसकी आवश्यकता है.
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कम प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों को दी जाएगी डोज
अतिरिक्त डोज उन लोगों को दी जाएगी जिनकी प्रतिरोधक क्षमता कम है. वैसे व्यक्ति जिनका कैंसर के कारण रोग प्रतिरोधक क्षमता खराब हो चुका है उन्हें प्राथमिकता दी जाएगी. वहीं, स्वस्थ लोगों को दूसरी खुराक लेने के कुछ महीने के बाद ही अतिरिक्त डोज लगाया जाता है. ऐसे में रणनीति बना कर प्राथमिकता के आधार पर वैक्सीनेशन किया जाएगा.
टीके को लेकर अभी भी स्पष्टता नहीं
शोध के अनुसार, भले ही कुछ कोविड टीके एक वर्ष या उससे अधिक तक इम्यून सिस्टम को मजबूत रख सकता है, लेकिन दूसरी खुराक के छह महीने बाद SARS CoV2 के खिलाफ एंटीबॉडी तेजी से घट सकते हैं. अध्ययनों से यह भी पता चला है कि मौजूदा कोविड के टीके हालांकि प्रभावकारी हैं, लेकिन बहुत ज्यादा असर करने से फिलहाल बहुत दूर हैं. यह टीके अस्पताल में भर्ती होने और गंभीर बीमारी के जोखिम को कम तो करते हैं तो उसे पूरे तरह खत्म नहीं करते हैं.
अमेरिका में अब तक दी गई बूस्टर डोज सबसे ज्यादा
विश्व स्तर पर अमेरिका, जर्मनी, ऑस्ट्रिया, कनाडा और फ्रांस सहित 38 देश बूस्टर खुराक दे रहे हैं. अमेरिका में अब तक दी गई बूस्टर डोज सबसे ज्यादा है. हालांकि, बूस्टर शॉट्स देने के निर्णय की विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा आलोचना की गई है और पिछले हफ्ते इसके महानिदेशक टेड्रोस एडनॉम घेब्येयियस ने इसे एक तरह से "घोटाला" तक कहा है. उन्होंने एक बयान में कहा कि स्वस्थ लोगों को बूस्टर देने या बच्चों का टीकाकरण करने का कोई मतलब नहीं है, जब दुनिया भर के स्वास्थ्य कार्यकर्ता, बुजुर्ग लोग और अन्य उच्च जोखिम वाले समूह अभी भी अपनी पहली खुराक की प्रतीक्षा कर रहे हैं.
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