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अब आयुर्वेद के डॉक्टर भी कर सकेंगे जनरल सर्जरी, केंद्र ने दी हरी झंडी

केंद्र की मोदी सरकार स्वास्थ्य सुविधाओं के तौर पर आयुर्वेद को ज्यादा तवज्जो दे रही है. अब केंद्र ने आयुर्वेद को लेकर एक और कदम आगे बढ़ाया गया है.

Updated on: 22 Nov 2020, 09:05 AM

नई दिल्ली:

केंद्र की मोदी सरकार स्वास्थ्य सुविधाओं के तौर पर आयुर्वेद को ज्यादा तवज्जो दे रही है. बीते दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में आयुर्वेद संस्थाओं का उद्घाटन किया था और अब केंद्र ने आयुर्वेद को लेकर एक और कदम आगे बढ़ाया गया है. अब आयुर्वेद के डॉक्टर भी जनरल और ऑर्थोपेडिक सर्जरी के साथ आंख, कान और गले की सर्जरी पाएंगे. इसको लेकर केंद्र ने हरी झंडी दिखा दी है. भारतीय चिकित्सा केंद्रीय परिषद ने इस संबंध में नोटिफिकेशन जारी किया है.

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सरकार के नोटिफिकेशन के मुताबिक, आयुर्वेद के सर्जरी में पीजी करने वाले स्टूडेंट्स भी आंख, नाक, कान, गले के साथ ही जनरल सर्जरी के लिए विशेष रूप से प्रशिक्षित होंगे. इन स्टूडेंट्स को अब स्तन की गांठों, पेट से बाहरी तत्वों की निकासी, ग्लुकोमा, अल्सर, मूत्रमार्ग के रोगों, मोतियाबिंद हटाने और कई अन्य सर्जरी करने का अधिकार मिल जाएगा.

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भारतीय चिकित्सा केंद्रीय परिषद की ओर से कहा गया है कि स्नातकोत्तर (पीजी) के स्टूडेंट्स को विभिन्न सर्जरी के बारे में गहन जानकरी दी जाएगी. उल्लेखनीय है कि आयुर्वेद के स्टूडेंट्स को अब तक सर्जरी की शिक्षा दी जाती थी. मगर उनको सर्जरी करने के अधिकारों पर स्थिति स्पष्ट नहीं थी.