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हार्ट अटैक नहीं बल्कि ये है इन सितारो के मौत के पीछे की असली वजह

जिम जाना, सही से डाइट लेना और एक अच्छी लाइफस्टाइल जीने के बावजूद भी कैसे इन सीतारों को इतनी सारी बीमारी घेर लेती है. चलिए पहले आपको बताते हैं किन सीतारों के मौत की वजह कार्डियक अरेस्ट थी और कैसे आप इससे बच सकते है.

Updated on: 02 Mar 2022, 05:15 PM

New Delhi:

हृदय की बीमारी के लिए खान-पान और मानसिक संतुलन बहुत जरूरी है, जो आजकल के समय में इन दोनो का संतुलन बैठाना थोड़ा मुश्किल हो गया है. स्ट्रेस और समस्याओं के चलते लोग 2 पल ख़ुशी के जी भी नहीं पाते. उन्हें हर वक़्त किसी न किसी की टेंशन या फिर कोई न कोई समस्या का सामना करना पड़ता है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार 90 प्रतिशत तक हृदय की समस्याओं के लिए खान-पान और जीवन जीने के तरीके से है. ऐसे में बचाव के लिए समय समय पर डॉक्टर के पास जा कर चेकअप कराना जरूरी है. बीते सालों में हमने कई बॉलीवुड के सितारों को खोया है. जिनके जाने से पूरा बॉलीवुड ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया शोक में थी.

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उन सब सितारों के मौत की वजह कार्डियक अरेस्ट( Cardiac Arrest) थी. अब आप सोच रहे होंगे कि आपके चहिते सितारों को क्या दिक्कत , दिन भर लाइमलाइट में रहने वाले ये सितारें कैसे इन सब बीमारियों का शिकार हो जाते हैं. जबकि जिम जाना, सही से डाइट लेना और एक अच्छी लाइफस्टाइल जीने के बावजूद भी कैसे इनको इतनी सारी बीमारी घेर लेती है. चलिए पहले आपको बताते हैं किन सीतारों के मौत की वजह कार्डियक अरेस्ट थी और कैसे आप इससे बच सकते है. 

अबीर गोस्वामी

अबीर गोस्वामी को कुसुम, यहां मैं घर घर खेली, प्यार का दर्द है मीठा मीठा प्यारा प्यार जैसे टेलीविजन शो और लक्ष्य, खाकी, अग्ली, द लीजेंड ऑफ भगत सिंह जैसी बॉलीवुड फिल्मों में उनके काम के लिए जाना जाता है. 2013 के मई के अंत में ट्रेडमिल पर दौड़ते समय 37 वर्ष की उम्र में इनकी मृत्यु हुई थी. 

आरती अग्रवाल

आरती अग्रवाल एक जानी-मानी फिल्म अभिनेत्री थीं और उन्होंने 16 साल की उम्र में 'पागलपन' से डेब्यू किया था. उन्होंने मुख्य रूप से तेलुगु सिनेमा में काम किया और 6 जून, 2015 को 31 साल की उम्र में कार्डियक अरेस्ट से उनकी मृत्यु हो गई. डेढ़ महीने पहले उसकी लिपोसक्शन सर्जरी हुई थी और वह कई समस्याओं और सांस लेने में तकलीफ से पीड़ित थी.

राज कौशल

राज कौशल के हालिया निधन ने कई सुर्खियां बटोरीं, प्रसिद्ध भारतीय निर्देशक, निर्माता और स्टंट निर्देशक को 1990 और 2000 के दशक में बॉलीवुड में अपने काम के लिए जाना जाता है, उनकी शादी बॉलीवुड अभिनेता और टीवी हस्ती मंदिरा बेदी से हुई थी, जिनके साथ उन्होंने एक बेटा साझा किया था. 30 जून 2021 को 50 साल की उम्र में दिल का दौरा पड़ने से उनकी मौत हो गई थी.

सिद्धार्थ शुक्ला

2 सितंबर, 2021 को अभिनेता के चौंकाने वाले निधन से पहले ही सिद्धार्थ शुक्ला का करियर चरम पर पहुंच गया था. कई मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 40 वर्षीय ने रात सोने से पहले उन्होंने अपनी डाइट ली और सो गए. पोस्टमॉर्टम में ऐसा माना जाता है कि अब तक कार्डियक अरेस्ट के कारण हुआ है. एक मॉडल के रूप में अपना करियर शुरू करने वाले सिद्धार्थ को बालिका वधू, झलक दिखला जा, बिग बॉस 13 जैसे शो में उनके काम के लिए जाना जाता है, जहां वह विजेता थे और हाल ही में ब्रोकन बट ब्यूटीफुल में दिखे थे. उन्हें हम्प्टी शर्मा की दुल्हनिया में भी देखा गया था, जहां वह आलिया भट्ट और वरुण धवन के साथ सहायक के रोल में दिखाई दिए थे.

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कार्डियक अरेस्ट क्या होता है ?

कार्डियक अरेस्ट में दिल के अंदर अलग अलग हिस्सों के बीच सूचनाओं का आदान-प्रदान गलत हो जाता है, जिसकी वजह से दिल की धड़कन पर बुरा असर पड़ता है. जकार्डियोपल्मोनरी रेसस्टिसेशन (CPR) के जरिए हार्ट रेट को ठीक किया जा सकता है. जिन लोगों को पहले हार्ट अटैक आ चुका है, उन्हें कार्डियक अरेस्ट आने की आंशका ज्यादा रहती है. कार्डिएक अरेस्ट एक ऐसी मेडिकल इमरजेंसी कंडिशन है जिसमें हार्ट अचानक काम करना या धड़कना बंद कर देता है. ऐसे में अगर आसपास खड़ा कोई व्यक्ति पीड़ित व्यक्ति को सीपीआर दे दें तो मरीज की जान बचाई जा सकती है. लोगों को जिम जाता देख एक अच्छी डाइट लेता देखने का मतलब ये नही है कि उनको कोई बीमारी नहीं हो सकती. इंसान को बहार से ही नहीं बल्कि अंदर से भी फिट एंड फाइन रहना चाहिए वरना हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट जैसी बिमारी घेर सकती है. 

कार्डियक अरेस्ट के लक्षण

-थकान
-हृदय का धकधकाना
-हृदय में दर्द महसूस होना
-चक्कर आना
-सांसों का छोटा होना
-बहुत ज़ायदा स्ट्रेस लेना 
-ठीक से न सोना 

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सीपीआर देने का तरीका - सीपीआर की जरूरत होने पर सबसे पहले मेडिकल इमरजेंसी के लिए कॉल कर दें. जब तक स्वास्थ सेवाएं पहुंचे, सीपीआर शुरू कर देना चाहिए. 

1. मरीज को एकदम समतल और कठोर जगह पर लिटा दें.

2. लिटाने के बाद अपने दोनों हाथों की उंगलियों को आपस में फंसा कर मरीज की छाती को कम-कम अंतराल के बाद दबाना चाहिए.

3. सामान्य हार्ट बीट 60-100 होती है. ऐसे में कोशिश करें कि 1 मिनट में 60 बार मरीज की छाती को दबाएं.

4. बीच-बीच में उसकी नाक को बंद करके तेजी से उसके मुंह में फूंक मारें.

5. इस प्रोसेस में आपका तेज-तेज से छाती को दबाना जरूरी है.

6. सीने को इतनी तेजी से दबाना है कि हर बार सीना करीब डेढ़ इंच नीचे जाए. ध्यान रहे यह सब आपको बहुत जल्दी करना है.