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यहां मिला MERS-कोरोना वायरस का मामला, जानिए कैसे हैं इसके लक्षण

MERS-Corona Virus: तीन साल पहले दुनियाभर में फैले कोरोना वायरस के अब तक कई स्वरूप सामने आ चुके हैं. अब संयुक्त अरब अमीरात में कोरोना वायरस का ऐसा ही नया स्वरूप पाए जाने की पुष्टि हुई है.

Updated on: 25 Jul 2023, 03:22 PM

highlights

  • सामने आया कोरोना वायरस का एक और स्वरूप
  • MERS-Corona Virus के मामले की हुई पुष्टि
  • अबू धाबी में मिला नए स्वरूप का केस

 

New Delhi:

MERS-Corona Virus: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने संयुक्त अरब अमीरात में कोरोना वायरस के एक अलग तरह के मामले की पुष्टि की है. ये मामला सोमवार को अबू धाबी में सामने आया. कोरोना वायरस के इस स्वरूप का नाम मिडिल ईस्ट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम कोरोना वायरस (MERSC) बताया गया है. खबरों के मुताबिक, जून के महीने में अल ऐन शहर में एक अस्पताल में 28 साल के एक व्यक्ति को भर्ती कराया गया था. जिसमें इस वायरस की पुष्टी की गई है. विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से न्यूज एजेंसी रॉयटर्स को दी गई जानकारी में कहा गया कि स्वास्थ्य अधिकारियों ने 108 लोगों की जांच की गई थी जिनके संपर्क में वह संक्रमित शख्स था. हालांकि, अब तक संक्रमण का कोई मामला सामने नहीं आया. जिस शख्स में इस संक्रमण की पुष्टि हुई है इसकी वर्तमान स्थिति के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली है. 

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जानिए क्या है MERS-कोरोना वायरस

बता दें कि MERS-कोरोना वायरस को मिडिल ईस्ट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम कोरोना वायरस के नाम से जाना जाता है. ये कोई पहली बार नहीं है जब इस वायरस का कोई मामला सामने आया हो. इससे 11 साल पहले यानी साल 2012 में इस वायरस का पहला मामला सऊदी अरब में दर्ज किया गया था. ये वायरस कोरोना से थोड़ा सा अलग है.  MERS-Corona Virus में चार संरचनात्मक प्रोटीन पाए जाते हैं जिनके नाम स्पाइक (S), लिफाफा (E), मेम्ब्रेन (M) और न्यूक्लियोकैप्सिड (N) हैं. इनमें से ट्रांसमेम्ब्रेन ग्लाइकोप्रोटीन वायरस की सतह पर एक ट्रिमर के रूप में पाया जाता है. जिसमें S1 और S2 सबयूनिट होते हैं. इसलिए ये देखने में कोरोना वायरस का से अलग दिखता है.

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ये हैं इस वायरस के लक्षण

एमईआरएस कोरोना वायरस के लक्षणों में बुखार, खांसी और सांस लेने में तकलीफ शामिल हैं. हालांकि, जब मरीज को निमोनिया हो जाता है तो उसे सबसे ज्यादा परेशानी होती है. इसके साथ ही इससे पीड़ित मरीज में दस्त के अलावा गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल के लक्षण भी दिखते हैं. डब्ल्यूएचओ द्वारा रिपोर्ट किए गए इस वायरस के मामलों में करीब 35 फीसदी मृत्यु हुई है. WHO के मुताबिक, इस वायरस के दुनियाभर में अब तक कुल 2,605 मामले सामने आए हैं, जिनमें 936 मौतें हुई हैं. इस वायरस के सबसे लोग सऊदी अरब में संक्रमित हुए हैं जो ड्रोमेडरी ऊंटों के असुरक्षित संपर्क से संक्रमित हुए हैं. बता दें कि ये वायरस एक जूटोनिक वायरस है जो जानवरों से इंसानों में फैल जाता है. इस वायरस के बारे में अभी भी पूरी बातें सामने नहीं आई हैं.