सर गंगाराम अस्पताल में भर्ती शिबू सोरेन की हालत स्थिर, राष्ट्रपति ने की मुलाकात
"अंतरिक्ष से नमस्कार", शुभांशु शुक्ला ने दिया संदेश; स्पेसक्राफ्ट से आया नया वीडियो
उमेश मकवाणा पर 'आप' का एक्शन, पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते 5 साल के लिए सस्पेंड
भारत के टी20 कप्तान सूर्यकुमार यादव की हुई हर्निया सर्जरी
दिल्ली यूनिवर्सिटी में छात्रों को एडमिशन दिलाएगी 'आप'
डीआईआई ने 2025 की पहली छमाही में भारतीय शेयर बाजार में निवेश किए 3.5 लाख करोड़ रुपए
'वॉर 2' से ऋतिक-एनटीआर का धांसू पोस्टर जारी, लेडी बॉस के लुक में नजर आई कियारा आडवाणी
भारतीय चाय उद्योग में 12 लाख कर्मचारी कार्यरत, 58 प्रतिशत महिलाएं : पीयूष गोयल
राजा रघुवंशी हत्याकांड: "बहन से रिश्ता खत्म तो पिंडदान क्यों नहीं करते", भाई विपिन का आरोप- सोनम के परिवार ने छिपाई सच्चाई

क्या आपका बच्चा भी देर से शुरू कर रहा है बोलना ? तो इस तरह से करें स्पीच थेरेपी

सही समय आने पर बच्‍चे ऐसा करने भी लगते हैं लेकिन कई बच्‍चे ऐसे भी होते हैं जो अपनी उम्र के बच्चों की तुलना में देरी से बोलना शुरू करते हैं, देरी से चलना शुरू करते हैं.

सही समय आने पर बच्‍चे ऐसा करने भी लगते हैं लेकिन कई बच्‍चे ऐसे भी होते हैं जो अपनी उम्र के बच्चों की तुलना में देरी से बोलना शुरू करते हैं, देरी से चलना शुरू करते हैं.

author-image
Nandini Shukla
एडिट
New Update
child

इस तरह से करें थेरेपी( Photo Credit : dailysabah)

हर एक पेरेंट्स के लिए उनके बच्चे के मुंह से पहली बार मां पापा सुन्ना बहुत ख़ुशी की बात होती है. सही समय आने पर बच्‍चे ऐसा करने भी लगते हैं लेकिन कई बच्‍चे ऐसे भी होते हैं जो अपनी उम्र के बच्चों की तुलना में देरी से बोलना शुरू करते हैं, देरी से चलना शुरू करते हैं.  लेकिन समय रहते गलत चीज़ों पर ध्यान देना भी ज़रूरी है. लेकिन कई बार कुछ पैरेंट्स इसकी वजह से स्‍ट्रेस में आ जाते हैं और उन्‍हें बच्‍चे की मेंटल हेल्‍थ की चिंता सताने लगती है. कुछ बच्चों को स्पीच डिले की समस्या होती है. तो चलिए जानते हैं क्या है स्पीच डिले. और इसे कैसे ठीक कर सकते हैं. 

Advertisment

यह भी पढ़ें- अब इलायची करेगी Breast Cancer का इलाज, स्टडी में हुआ खुलासा, जानिए चौकाने वाले गुण

क्‍या है स्‍पीच डिले

हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक दो साल का बच्‍चा करीब 50 शब्‍द बोल सकता है और दो से तीन शब्‍दों वाले वाक्‍यों का भी प्रयोग करने लगता है. तीन साल होते-होते उसकी वोकैबलरी में करीब 1000 शब्‍द जुड़ जाते हैं और वह तीन से चार शब्‍दों वाले वाक्‍यों को बोलने की कोशिश करने लगता है. ऐसी स्थिति में कघ्ब्ऱाने की बात नहीं है लेकिन आप अपने बच्चों के साथ प्रैक्टिस कर सकते हैं. इससे आपका बच्चा जल्दी बोलना सीखेगा. 

कैसे पहचाने स्‍पीच डिले की स्थिति को

-अगर बच्‍चा 2 महीना को हो जाए और कुछ भी आवाज नहीं निकाले तो यह अर्ली सिंपटम हो सकता है.

– आमतौर पर 18 महीने का होते-होते बच्‍चा सिंपल शब्‍द जैसे मां-पापा आदि बोलने लगता है.

-अगर ढाई साल होने पर बच्‍चा दो शब्‍दों वाले वाक्‍य नहीं बोल रहा हो.

-तीन साल होने पर करीब 200 शब्‍दों का प्रयोग नहीं कर पा रहा.

-कुछ भी नाम लेकर नहीं बुलाता या मांगता.

इन वजहों से हो सकती है ये समस्‍या

-जन्‍म से अगर जीभ में किसी तरह की समस्‍या हो.

-प्रीमेच्‍योर डिलेवरी 

-ऑटिज्‍म स्‍प्रेक्‍टम डिजीज भी हो सकता है कारण.

-न्‍यूरोलॉजिकल प्रॉब्‍लम की वजह से.

ऐसे हालात में क्‍या करें आप -

-एक दूसरे की नकल करने का खेल खेलें, इससे बच्चे को बोलने की हिम्‍मत आएगी.

-जब वह आपको कॉपी करे तो आप उसे नए शब्दों को सिखाने के लिए शब्‍दों को प्रयोग करें.

-बच्चे के साथ धीरे-धीरे बात करें.

-बच्चों के साथ बैठ कर धीरे धीरे राम राम बुलवाये. 

-बच्चे के सामने गाना गुनगुनाएं.

-ध्यान रहे कि अगर इसके बाद भी अगर बच्चे में सुधर नहीं है तो डॉक्टर से संपर्क करें. बच्चों को स्पीच थेरेपी दी जाएगी जिससे वह ठीक होजाएगा. 

यह भी पढ़ें- अब कोरोना वैक्सीन के जरिए होगा दिल से जुड़ी बीमारियों का इलाज

Source : News Nation Bureau

Speech speech delay speech therapy speech delay in toddlers speech delay causes speech delay therapy at home
      
Advertisment