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Coronavirus: दिल्ली-UP-हरियाणा में आएगी चौथी लहर, 4 महीनों तक बरपेगा कहर; करनी होंगी ये तैयारियां

कानपुर आईआईटी के विशेषज्ञों की मानें, तो देश में कोरोना की चौथी लहर जून महीने में आ जाएगी. हर रोज लाखों लोग संक्रमित होंगे. कोरोना की चौथी लहर जून से शुरू होकर सितंबर-अक्टूबर तक रह सकती है. इसका पीक अगस्त महीने में आ सकता है.

कानपुर आईआईटी के विशेषज्ञों की मानें, तो देश में कोरोना की चौथी लहर जून महीने में आ जाएगी. हर रोज लाखों लोग संक्रमित होंगे. कोरोना की चौथी लहर जून से शुरू होकर सितंबर-अक्टूबर तक रह सकती है. इसका पीक अगस्त महीने में आ सकता है.

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Shravan Shukla
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corona( Photo Credit : फाइल)

भारत में तेजी से कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं. ऐसे में कोरोना की चौथी लहर की सुगबुगाहट भी तेज हो चली है. विशेषज्ञों की मानें तो यूपी, हरियाणा और दिल्ली में फिलहाल खतरा सबसे ज्यादा है, लेकिन ये तेजी से दूसरे राज्यों की तरफ भी बढ़ रहा है. वहीं, कानपुर आईआईटी (Kanpur IIT) के विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि अगर लोगों ने अपनी दैनिक दिनचर्या में बदलाव और कोरोना से बचाव के उपायों को नहीं अपनाया, तो जून महीने में कोरोना की चौथी लहर आ सकती है. 

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महीनों तक रहेगा चौथी लहर का असर

कानपुर आईआईटी के विशेषज्ञों की मानें, तो देश में कोरोना की चौथी लहर जून महीने में आ जाएगी. हर रोज लाखों लोग संक्रमित होंगे. कोरोना की चौथी लहर जून से शुरू होकर सितंबर-अक्टूबर तक रह सकती है. इसका पीक अगस्त महीने में आ सकता है. कोरोना की चौथी लहर में उन लोगों पर खतरा ज्यादा होगा, जिन्होंने अब तक वैक्सीनेशन से दूरी बनाए रखी है. खास बात ये है कि कोरोना की चौथी लहर ओमिक्रॉन (Omicron) और उसके सब-वैरिएंट BA.1, BA.2 ही लाएंगे. इसके अलावा कोरोना के बाकी स्ट्रेन भी इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे. 

ये भी पढ़ें: क्या फ्री होगा कोरोना वैक्सीन का बूस्टर डोज? आज फैसला लेंगे PM मोदी

MedRXIV में पब्लिश हो चुकी है रिपोर्ट

आईआईटी कानपुर की ये रिसर्च MedRXIV पत्रिका में छप चुकी है. आईआईटी कानपुर के विशेषज्ञों ने महामारी की तीसरी लहर की सटीक गणना की थी. उनके नए आंकड़ों के मुताबिक, 22 जून से 24 अक्टूबर तक कोरोना की चौथी लहर अपना कहर बरपा सकती है, जिसमें लाखों लोगों के कोरोना संक्रमित होने की आशंका है.

कोरोना की चौथी लहर में कैसे करें बचाव?

कोरोना वायरस की चौथी लहर से बचने का बचाव सबसे बेहतर तरीका कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करना है. आपको मास्क पहनना चाहिए. समय-समय पर सेनिटाइजर का इस्तेमाल करना होगा और वैक्सीन की सभी डोज लगवानी होगी. कोरोना की चौथी लहर में वो लोग ज्यादा खतरे में होंगे, जो अभी तक कोरोना से बचे हुए हैं और कोरोना की वैक्सीन भी नहीं लगवाई है. 

दुनिया में कोरोना से दूसरा सर्वाधिक प्रभावित देश रहा है भारत

भारत कोरोना से सर्वाधिक प्रभावित देशों में दूसरे नंबर पर रहा है. अमेरिका के बाद सबसे ज्यादा मामले और मौतें भारत में हुई. अबतक भारत में कोरोना के कुल 4.31 करोड़ मामले सामने आ चुके हैं, तो 5.22 लाख लोगों की मौत कोरोना के चलते हुई है. भारत का महाराष्ट्र राज्य कोरोना से सर्वाधिक प्रभावित रहा है. अकेले महाराष्ट्र में 78.8 लाख मामले सामने आ चुके हैं, तो 1.47 लाख लोगों की मौत हुई है. ये आंकड़े JHU CSSE COVID-19 Data से लिए गए हैं.

वैक्सीनेशन में आगे है भारत

भारत में बड़ी आबादी को कोरोना वैक्सीन लग चुकी है. अब बूस्टर डोज लोगों को लगाया जा रहा है. इस बीच बच्चों के लिए भी वैक्सीन को न सिर्फ मंजूरी मिल चुकी है, बल्कि उन्हें वैक्सीन लगाने की शुरुआत भी हो चुकी है. भारत सरकार के आंकड़ों के मुताबिक, देश की 61 फीसदी से ज्यादा आबादी को कोरोना वैक्सीन लग चुकी है. वैक्सीनेशन के मामले में भारत चीन के बाद दूसरे नंबर पर है. चीन ने अपने 88 फीसदी नागरिकों को वैक्सीन दे दी है. वहीं, दुनिया भर में ये आंकड़ा 59.5 फीसदी है.

HIGHLIGHTS

  • कोरोना की चौथी लहर के संकेत
  • जून महीने में आ सकती है कोरोना की चौथी लहर
  • वैक्सीनेशन में तेजी लाने पर सरकार का जोर

Source : News Nation Bureau

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