COVID-19 New Jn.1 Variant: कोरोना का नया सब-वैरिएंट इम्यूनिटी को कर रहा फेल, इन लक्षणों से रहें सतर्क
COVID-19 New Jn.1 Variant: कोरोना के वैरिएंट ओमिक्रॉन का सब-वैरिएंट जेएन.1(Jn.1) 41 देशों के बाद भारत में तेजी से फैल रहा है. यह वायरस शरीर प्रतिरोधक क्षमता पर असर डालते हैं. आइए जानते हैं क्या हैं लक्षण
नई दिल्ली:
COVID-19 New Jn.1 Variant: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, भारत में गुरुवार को 594 नए कोविड-19 संक्रमण के केस सामने आए हैं. इससे कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या 2311 से बढ़कर 2669 हो चुकी है. विशेषज्ञों की मानें तो आने वाले वक्त में कोरोना के केस बढ़ सकते हैं. देश में कोरोना के नए सब-वैरिएंट जेएन.1 के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. जेएन.1 ओमिक्रॉन के सब-वैरिएंट BA.2.86 से तैयार हुआ है.
2022 की शुरुआत में BA.2.86 घातक सिद्ध हुआ था. आपको बता दें कि JN.1 कोविड-19 वैरिएंट विश्व भर तेजी से फैल रहा है. WHO ने पहले इसे 'वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट' बताया है. मगर क्या इससे कोई गंभीर खतरा है? अगर है तो ये चिंता का विषय हैं. आइए जानते है कि क्या हैं इसके गंभीर लक्षण.
नीति आयोग के मेंबर (हेल्थ) वीके पॉल के अनुसार, 'जेएन.1 वैरिएंट की वजह से कोरोना मामलों तेजी से वृद्धि हुई है, मगर इसके कारण गंभीर मामलों की संख्या में तेजी नहीं देखी जा रहा है. WHO के अनुसार, JN.1 वैरिएंट के स्वास्थ्य प्रभाव को जानने के लिए अधिक अध्ययन की जरूरत है. संस्था का कहना है कि जेएन.1 मजबूत इम्यूनिटी वालों को भी नहीं छोड़ रहा है. जिन जगहों पर ज्यादा ठंड पड़ रही है, उन्हें सतर्क रहना होगा.
ये भी पढ़ें: Poonch Terror Attack: पुंछ में आतंकी हमले के बाद एक्शन में पुलिस, 4 लोगों को हिरासत में लिया
WHO की पूर्व साइंटिस्ट डॉ. सौम्या स्वामीनाथन के अनुसार, 'मौसमी फ्लू जैसे इन्फ्लूएंजा ए (एचआईएन1 और एच3एन2), एडेनोवायरस, राइनोवायरस और रेस्पिरेटरी सिंकाइटियल वायरस की वजह से होने वाले श्वसन संक्रमण, मानसून से संबंधित बीमारियों की वजह बन सकते हें. इनके लक्षण भी कोरोना के लक्षणों से मिलते जुलते हैं.
उन्होंने आगे कहा कि इसके लक्षणों वाले व्यक्ति की टेस्टिंग करना संभव नहीं है. ऐसे में इनके गंभीर लक्षण सामने आ रहे हैं. इनकी जांच करनी चाहिए. उनका कहना है कि जो लोग हॉस्पिटल में भर्ती हैं या उन्हें गंभीर श्वसन संक्रमण या निमोनिया है, उसको जांच कराने की आवश्यकता है. दरसअल कोविड-19 और जेएन.1 वैरिएंट के लक्षण फिलहाल हर वैरिएंट्स से मिलते जुलते हैं. दरअसल, जेएन.1 वैरिएंट अन्य वैरिएंट्स की तुलना में नए लक्षण के साथ फैल भी सकता है या नहीं. ये अभी क्लियर नहीं हुआ है. अभी तक जो मरीज मिले हैं, उनमें बुखार, नाक बहना, गले में खराश, सिरदर्द और हल्के गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल के लक्षण मिले हैं.
क्या मास्क पहनना है जरूरी?
विशेषज्ञों का कहना है कि भीड़ वाली जगहों पर मास्क पहनना अच्छा है. यह कोरोना समेत हवा से फैलने वाली कई बीमारियों से आपकों बचाएगा. मगर अभी मास्क अनिवार्य करने की जरूरत नहीं है. 'बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं और कमजोर इम्यूनिटी वालों को भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने की से बचने की जरूरत है.
Don't Miss
वीडियो
IPL 2024
-
GT vs CSK Dream11 Prediction : गुजरात और चेन्नई के मैच में ये हो सकती है बेस्ट ड्रीम11 टीम, इसे चुनें कप्तान
-
PBKS vs RCB : बेंगलुरु ने जीत का 'चौका' लगाकर पंजाब को किया बाहर, RCB की प्लेऑफ की उम्मीद बरकरार
-
PBKS vs RCB : शतक से चूके कोहली, पटीदार और ग्रीन की तूफानी पारी, बेंगलुरु ने पंजाब को दिया 242 रनों का लक्ष्य
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Akshaya Tritiya Shubh Muhurat: सिर्फ इस शुभ मुहूर्त में खरीदा गया गोल्ड ही देगा शुभ-लाभ
-
Jyotish Shastra: इस राशि के लोग 6 जून तक बन जाएंगे धनवान, जानें आपकी राशि है या नहीं
-
Kedarnath Opening Date 2024: सुबह इतने बजे खुलेंगे बाबा केदारनाथ के कपाट, 10 टन फूलों से की जा रही है सजावट
-
Akshaya Tritiya Mantra: अक्षय तृतीया के दिन जपने चाहिए देवी लक्ष्मी के ये मंत्र, आर्थिक स्थिति होती है मजबूत