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Coronavirus (Covid-19): PM-CARES Fund से 100 नए अस्पतालों में लगाए जाएंगे ऑक्सीजन प्लांट

Coronavirus (Covid-19): स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि एम्पावर्ड ग्रुप 2 (ईजी 2) मेडिकल ऑक्सीजन की सप्लाई और उसकी डिमांड की स्थिति की लगातार समीक्षा कर रहा है और इसकी सप्लाई बनाए रखने के लिए उचित कदम भी उठाया जा रहा है.

Updated on: 16 Apr 2021, 09:49 AM

highlights

  • गुरुवार को जरूरी चिकित्सा उपकरणों और ऑक्सीजन की उपलब्धता की समीक्षा के लिए एम्पावर्ड ग्रुप 2 की हुई थी बैठक 
  • एम्पावर्ड ग्रुप 2 (ईजी 2) मेडिकल ऑक्सीजन की सप्लाई और उसकी डिमांड की स्थिति की लगातार समीक्षा कर रहा है

नई दिल्ली :

Coronavirus (Covid-19): कोरोना वायरस संक्रमण के लगातार बढ़ रहे मामलों की वजह से देशभर में अस्पतालों को बेड की कमी का सामना करना पड़ रहा है. वहीं दूसरी ओर कोरोना के इलाज में इस्तेमाल होने वाली जरूरी चिकित्सा उपकरण और ऑक्सीजन (Oxygen) की कमी को दूर करने के लिए केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार (Modi Government) ने एक बड़ा फैसला लिया है. न्यूज एजेंसी एएनआई (ANI) के मुताबिक मोदी सरकार ने पीएम केयर्स फंड (PM-CARES Fund) के तहत 100 नए अस्पतालों में उनका खुद का ऑक्सीजन प्लांट (Oxygen Plant) स्थापित करने की योजना बनाई है. इसके अलावा सरकार 50 हजार मीट्रिक टन मेडिकल ऑक्सीजन का इंपोर्ट भी करेगी.

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गुरुवार को एम्पावर्ड ग्रुप 2 की हुई थी बैठक 
गुरुवार को जरूरी चिकित्सा उपकरणों और ऑक्सीजन की उपलब्धता की समीक्षा के लिए एम्पावर्ड ग्रुप 2 की बैठक हुई थी. एएनआई के मुताबिक इस बैठक में ज्यादा जरूरत वाले 12  राज्यों के लिए 4880 मीट्रिक टन, 5619 मीट्रिक टन और 6593 मीट्रिक टन की ऑक्सीजन की जरूरत की पहचान हुई थी और इन राज्यों की अनुमानित मांग को क्रमशः 20 अप्रैल, 25 अप्रैल और 30 अप्रैल 2021 पूरा किया जाएगा. एएनआई के मुताबिक स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि एम्पावर्ड ग्रुप 2 (ईजी 2) मेडिकल ऑक्सीजन की सप्लाई और उसकी डिमांड की स्थिति की लगातार समीक्षा कर रहा है और इसकी सप्लाई बनाए रखने के लिए उचित कदम भी उठाया जा रहा है. बता दें संक्रमण की रफ्तार बढ़ने की वजह से ऑक्सीजन की मांग में भारी बढ़ोतरी हो गई है.

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 50 हजार मीट्रिक टन ऑक्सीजन के लिए टेंडर जारी किए गए
ANI के मुताबिक स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि कोविड से सबसे ज्यादा प्रभावित 12 राज्यों से मेडिकल ऑक्सीजन की मांग देखने को मिली है. महाराष्ट्र में उत्पादन क्षमता के मुकाबले मेडिकल ऑक्सीजन की मांग ज्यादा है. वहीं मध्यप्रदेश जैसे राज्यों के पास मेडिकल ऑक्सीजन की मांग को पूरा करने के लिए उत्पादन की क्षमता भी नहीं है. बता दें कि कोरोना महामारी से प्रभावित राज्यों को मेडिकल ऑक्सीजन समेत जरूरी चिकित्सा उपकरण उपलब्ध कराने के लिए मार्च 2020 में अधिकारियों के अंतर मंत्रालयी शक्तिसंपन्न समूह बनाया गया था. एएनआई के मुताबिक गुरुवार को सरकार ने कहा है कि कोरोना के बढ़ते मामलों की वजह से 50 हजार मीट्रिक टन ऑक्सीजन के लिए टेंडर जारी किए गए हैं.