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तीसरी लहर भारत से न टकराए तो करना पड़ेगा ये काम 

देश में जारी कोरोना के केसों के बीच कई टूरिस्ट स्पॉट्स और बाजारों से बिना मास्क वाली लोगों की भीड़ की तस्वीरें सामने आ रही हैं. दूसरी लहर का कहर कम होते ही लोग लापरवाही बरतते हुए कोविड प्रोटोकॉल को भी दरकिनार कर चुके हैं.

Updated on: 13 Jul 2021, 11:03 PM

highlights

  • कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए करनी पड़ेगी ये तैयारी
  • पीएम मोदी ने पूर्वोत्तर राज्यों के मुख्यमंत्रियों से कही ये बातें

नई दिल्ली:

देश में जारी कोरोना के केसों के बीच कई टूरिस्ट स्पॉट्स और बाजारों से बिना मास्क वाली लोगों की भीड़ की तस्वीरें सामने आ रही हैं. दूसरी लहर का कहर कम होते ही लोग लापरवाही बरतते हुए कोविड प्रोटोकॉल को भी दरकिनार कर चुके हैं. ऐसे में आने वाले त्योहारों में बड़ी संख्या में लोगों के जुटने से कोरोना वायरस के तेजी से फिर फैलने का खतरा बन सकता है. इस पर नीति आयोग ने मंगलवार को भारत के लोगों से कोविड की तीसरी लहर को रोकने के लिए एक साथ जुड़ने के लिए प्रोत्साहित किया. 

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नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वीके पॉल ने कहा कि हमें यह सुनिश्चित करने के लिए हाथ मिलाना होगा कि तीसरी लहर भारत से न टकराए. इसके साथ ही उन्होंने चेतावनी दी कि अगली लहर आने पर बहुत ज्यादा मामले सामने आएंगे. उन्होंने कहा कि दुनिया में तीसरी वेव दिखाई दे रही है, हमारे देश में तीसरी वेव ना आए इसके लिए हम सबको जुड़ना है.

दुनिया भर में अब तक तीसरी लहर के 3,90,000 कोविड मामलों का उल्लेख करने वाले डेटा का हवाला देते हुए पॉल ने कहा कि इसे तभी रोका जा सकता है, जब लोग समन्वित तरीके से उपयुक्त प्रोटोकॉल का पालन करें. भारत में तीसरी लहर से बचने के लिए, पॉल ने एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए देशवासियों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पूर्वोत्तर राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक के दौरान दी गई सलाह का पालन करने के लिए भी कहा, जहां अधिकांश पर्यटकों को कोविड-19 मानदंडों का उल्लंघन करते देखा जा रहा है.

पॉल ने कहा, दुनिया एक तीसरी लहर (कोविड-19 की) देख रही है. हमें यह सुनिश्चित करने के लिए हाथ मिलाना होगा कि तीसरी लहर भारत से न टकराए. पीएम नरेंद्र मोदी ने स्पष्ट रूप से कहा कि हमें भारत में कब तीसरी लहर आएगी, इस पर चर्चा करने के बजाय हमें तीसरी लहर को दूर रखने पर ध्यान देना चाहिए. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने स्पष्ट रूप से उल्लेख किया है कि तीसरी लहर या अगली लहर खुद नहीं आएगी, यह हम पर निर्भर करता है कि हम इसे देश में फिर से फैलने से कैसे रोकते हैं.

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पॉल ने कहा कि पीएम मोदी ने दिन में पूर्वोत्तर राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की, जिसमें सावधानी बरतने के साथ ही कोविड-उपयुक्त व्यवहार पर प्रधानमंत्री द्वारा जोर दिया गया है. पॉल ने सुझाव दिया कि भारतीयों को इन प्रमुख बिंदुओं का पालन करते हुए तीसरी लहर से बचना होगा.

पॉल ने अगली लहर के प्रसार से बचने के लिए तीन प्रमुख कोविड प्रोटोकॉल के रूप में छह फीट की दूरी, मास्क पहनने और टीकाकरण पर भी जोर दिया. उन्होंने आगे देशभर के राज्यों और अन्य अधिकारियों को प्रधानमंत्री द्वारा निर्धारित महामारी के प्रसार को रोकने के लिए नियंत्रण क्षेत्रों को चिह्न्ति करने और कोविड-19 मामलों पर नजर रखने की सलाह दी. उन्होंने यह भी कहा कि देश में वैक्सीन का उत्पादन धीरे-धीरे बढ़ रहा है.